Boycott Maldives Impact: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरों पर विवादित कमेंट कर मालदीव ने अपने पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मार ली. लक्षद्वीप बनाम मालदीव की लड़ाई का असर दिखने लगा है. भारतीयों ने मालदीव का बायकॉट कर उसे असली तस्वीर दिखा दी है. ताजा आंकड़ें मालदीव की आंखें खोलने के लिए काफी है. बायकॉट मालदीव का असर ऐसा दिखा की इसकी अर्थव्यवस्था हिल गई है. हालत तो ये है कि भारत के बायकॉट के चलते हुए नुकसान की भरपाई चीन भी नहीं कर पा रहा है. भारत विरोधी रवैया रखने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू अपनी जिद और अकड़ में अपना ही नुकसान कर बैठे हैं. अगर यही रफ्तार रही तो मालदीव की इकोनॉमी लड़खड़ा जाएगी. दरअसल मालदीव जानेवाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में बड़ी गिरावट आई है. विवाद से पहले जहां मालदीव के टूरिज्म में भारतीयों की हिस्सेदारी पहले नंबर पर थी, वो फिसलकर पांचवें नंबर पर पहुंच गई है. 


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भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या गिरी


भारतीयों ने मालदीव का बायकॉट शुरू कर दिया है.  दिसंबर 2023 तक मालदीव जाने वाले पर्यटकों में भारत पहले नंबर पर था. मालदीव को कुल पर्यटन में भारत की हिस्सेदारी 11 फीसदी की थी, लेकिन बीते तीन हफ्तों में इसमें बड़ी गिरावट देखने को मिली है. मालदीव के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीते तीन हफ्तों में भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में बड़ी कमी आई है. पर्यटकों की संख्या के मामले में भारत पहले नंबर से खिसकर पांचवें नंबर पर पहुंच गया है. 


मालदीव आने वाले पर्यटक 


  • रूस: 18,561  (साल 2023 में रैंक 2)

  • इटली: 18,111 (साल 2023 में रैंक 6)

  • चीन: 16,529 (साल 2023 में रैंक 3)

  • यूके: 14,588 (साल 2023 में रैंक 4)

  • भारत: 13,989 (साल 2023 में रैंक 1)


चीन भी नहीं कर पा रहा भरपाई  


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विवादित टिप्पणी करने के साथ ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू के भारत विरोधी रवैये का असर पर्यटकों की संख्या पर दिख रहा है. बायकॉट मालदीव के चलते भारतीयों ने मालदीव से किनारा किया तो मोइज्जू चीन की शरण में पहुंच गए. मोइज्जू ने चीन से अपने पर्यटक मालदीव भेजने का आग्रह किया, लेकिन चीन भी मालदीव को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पा रहा है. भारतीय पर्यटकों की संख्या में आई कमी को चीन भी नहीं भर पा रहा है.  मालदीव के अनुरोध के बावजूद चीन के यात्रियों की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं देखने को मिली है. 


मालदीव की अर्थव्यवस्था पर असर


मालदीव, जिसकी इकोनॉमी पर्यटन पर निर्भर करती है, भारतीयों की संख्या में आई कमी अब उसे खलने लगी है. भारतीय पर्यटकों की संख्या में आई के चलते मालदीव की इकोनॉमी पर असर पड़ रहा है.  वहां की होटल और ट्यूरिज्म इंडस्ट्री बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. मोइज्जू के भारत विरोधी रवैये का विरोध उनकी सरकार में भी शुरू हो गया है.  गौरतलब है कि पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर कर लोगों को वहां घूमने के लिए जाने का आग्रह किया. पीएम मोदी की इस अपील पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने भारत और पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद बायकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा.  लोगों ने मालदीव के बजाए लक्षद्वीप जाने का प्लान बना लिया.