नई दिल्‍ली: यूजर प्राइवेसी को लेकर फेसबुक प्रबंधन से टकराव के बीच वाट्सऐप के सीईओ जेन कूम ने इस्‍तीफा देने का फैसला किया है. इसकी जानकारी उन्‍होंने अपनी फेसबुक वाल पर दी. जॉन ने फेसबुक बोर्ड को भी अलविदा कह दिया है. फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने जेन कूम के इस्‍तीफे पर कहा कि उन्हें कौम की कमी खलेगी. उन्‍होंने कंपनी को आगे बढ़ाने में बड़ा योगदान दिया. बता दें कि फेसबुक प्रबंधन और वाट्सऐप के बीच डाटा प्राइवेसी को लेकर विवाद चल रहा था. फेसबुक वाट्सऐप का डाटा इस्‍तेमाल करने के चक्‍कर में थी जेन ऐसा नहीं चाहते थे. जेन कूम ने फेसबुक पोस्ट में लिखा-'ब्रायन और मैंने करीब एक दशक पहले एकसाथ वाट्सऐप की शुरुआत की थी. इस दौरान अच्छे लोगों के साथ काम का सफर शानदार रहा. लेकिन अब बदलाव का समय आ गया है. उनसे मुझे आशीर्वाद मिला और देखिए कैसे एक मोबाइल ऐप्‍लीकेशन वाट्सऐप दुनिया में अरबों लोगों की जिंदगी का हिस्‍सा बन चुका है.'


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वाट्सऐप की टीम पहले से ज्‍यादा मजबूत : जेन
उन्होंने पोस्‍ट में आगे लिखा, 'मैंने कभी कल्‍पना नहीं की थी कि वाट्सऐप को इतनी बड़ी सफलता मिलेगी. जब इसकी शुरुआत की थी तो यह मात्र एक मोबाइल ऐप था. अब इसका विकास करने वाला कुनबा भी बड़ा हो चुका है और वे भविष्‍य में शानदार अनुभव दोहराते रहेंगे. यह टीम पहले से ज्यादा मजबूत और सक्षम है. मैं कुछ वक्त तकनीकी दुनिया से दूर रहकर जिंदगी जीना चाहता हूं. इस दौरान में अपनी कार से घूमूंगा और खेलूंगा. बाहर रहकर भी वाट्सऐप की सेवा करता रहूंगा. उन सभी का शुक्रिया जिन्‍होंने इस सफर को शानदार बनाया.'



वाट्सऐप के एक अरब से ज्‍यादा डेली यूजर
वाशिंगटन पोस्‍ट में छपी खबर के मुताबिक जेन कूम ने उस वाट्सऐप को अलविदा कहा है जिसका रोजाना एक अरब से ज्‍यादा यूजर इस्‍तेमाल करते हैं. जेन ने फेसबुक के साथ वाट्सऐप के डाटा प्राइवेसी को लेकर इस्तीफा दिया है, क्योंकि वह हर हाल में वाट्सऐप यूजर की प्राइवेसी चाहते हैं. हाल में डाटा लीक के बाद फेसबुक और वाट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी बदली है.


साथी ब्रायन ने सितंबर में छोड़ दी थी कंपनी
जेन कूम के साथी और ब्रायन एक्‍टन ने बीते साल सितंबर में वाट्सऐप छोड़ दिया था. उन्‍होंने यहां 8 साल बिताए. उनकी योजना असहाय लोगों के लिए एक फाउंडेशन शुरू करने की है. फेसबुक को यूरोप में वाट्सऐप के यूजर का डाटा विज्ञापन में इस्‍तेमाल करने को लेकर किरकिरी झेलनी पड़ी थी. हालांकि बाद में उसने यह योजना छोड़ दी. स्‍टैनफोर्ड के एल्‍यूमनाई ब्रायन और यूक्रेन इमीग्रेंट जेन कूम ने 2009 में वाट्सऐप शुरू किया था. फिर 2014 में फेसबुक ने वाट्सऐप को 19 अरब डॉलर में खरीद लिया था.


क्‍यों पापुलर हुआ वाट्सऐप
वाट्सऐप की लोकप्रियता का कारण इस मोबाइल ऐप्‍लीकेशन का सहज और तेज होना नहीं बल्कि यूजर डाटा की निजता (इनक्रिप्‍शन) बनाए रखना है. उसने ऐसी व्‍यवस्‍था की थी जिससे यूजर के संदेश उसके स्‍मार्टफोन में सेव होते थे न कि कंपनी के सर्वर पर. यही उसका सबसे बड़ा यूएसपी था जिससे यह मोबाइल ऐप लोगों के बीच पापुलर हो गया.