कोका-कोला ने बंद किया अपना यह बिजनेस, पिछले साल हुई थी 12840 करोड़ की कमाई, भारत पर भी होगा असर
दुनिया की सबसे बड़ी बेवरेज कंपनी कोका-कोला (Coca-Cola) ने बड़ा फैसला किया है. कंपनी ने अपने बॉटलिंग बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है. 30 जून से कोका कोला के बॉटलिंग बिजनेस को बंद कर दिया जाएगा. कंपनी ने कहा है कि वो अपने बॉटलिंग इन्वेटमेंट ग्रुप ( BIG) को बंद करने जा रही है.
Coca Cola: दुनिया की सबसे बड़ी बेवरेज कंपनी कोका-कोला (Coca-Cola) ने बड़ा फैसला किया है. कंपनी ने अपने बॉटलिंग बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है. 30 जून से कोका कोला के बॉटलिंग बिजनेस को बंद कर दिया जाएगा. कंपनी ने कहा है कि वो अपने बॉटलिंग इन्वेटमेंट ग्रुप ( BIG) को बंद करने जा रही है. कोका कोला के इस फैसले का असर भारत पर भी पड़ेगा.
कोका कोला बंद करेगी ये बिजनेस
बेवरेज कंपनी कोका कोला ने बॉटलिंग बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी के बॉटलिंग इन्वेस्टमेंट ग्रुप (BIG) 30 जून से बंद हो जाएंगे. भारत समेत दुनिया भर में कंपनी के बॉटलिंग बिजनेस बंद होंगे. कंपनी के इंटरनेशनल डेवलपमेंट प्रेजिडेंट हेनरिक ब्राउन ने इंटरनल नोट के जरिए इस फैसले के बारे में बताया और कहा कि बीआईजी का कॉर्पोरेट कार्यालय 30 जून को बंद हो जाएगा. कंपनी अपने BIG बिजनेस के साइज को छोटा कर बॉटरिंग ऑपरेशन से फोकस कम करके अपने मुख्य कारोबार को बढ़ाने पर फोकस बढ़ना चाहती है. कोका कोला ब्रांड बिल्डिंग और मार्केट में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा के लिए अपना फोकस मेन बिजनेस पर बढ़ा रही है.
भारत पर भी असर
कंपनी के इस फैसले का असर भारत पर भी होगा. कंपनी ने अपने बॉटलिंग निवेश और उसके ऑपरेशन का मैनेजमेंट की जिम्मेदारी इंटरनल बोर्ड को सौंप दी है. अब से यही बोर्ड कंपनी के बॉटलिंग बिजनेस की रणनीति और उसकी निगरानी रखेगा. कंपनी के बॉटलिंग बिजनेस को लेकर लिए गए इस फैसले से कोका-कोला इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली बॉटलिंग कंपनी हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज (HCCB) पर असर होगा. HCCB सीधे तौर पर बीआईजी के कंट्रोल में थी. जाहिर है कि कंपनी के इस फैसले का असर हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज पर होगा. इससे पहले कोका-कोला ने HCCB में माइनारिटी स्टेक बेचने के लिए कई बड़े कारोबारी समूह से संपर्क किया था.
कितना बड़ा बिजनेस
इसी साल जनवरी में हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज ने देश के कुछ हिस्सों में कंपनी के स्वामित्व वाले कुछ बॉटलिंग ऑपरेशन को अपने तीन मौजूदा फ्रैंचाइजी बॉटलर मून बेवरेजेज, SLMG बेवरेजेज और कंधारी ग्लोबल बेवरेजेज के हाथों बेच दिए थे. बता दें कि HCCB की शुरुआत 1997 में की गई थी. कंपनी के पास 3500 का विशाल डिस्ट्रीब्यूटर्स नेटवर्क है. कंपनी करीब 2.5 मिलियन रिटेलर्स को सप्लाई करती है. देशभर में कंपनी के 16 प्लांट है. बीते साल कंपनी ने राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, नार्थ ईस्ट में अपने अपने कारोबार के कुछ हिस्से बेच दिए, जिससे कंपनी को करीब 2420 करोड़ का मुनाफा हुआ. बता दें कि भारत में कोका कोला के लिए बॉटरिंग की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी HCCB के 16 प्लांट्स संभालती है. वित्त वर्ष 2022-23 में HCCB का रेवेन्यू 40% बढ़कर 12840 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. कंपनी का नेट प्रॉफिट 809.32 करोड़ रुपये था.