नई दिल्लीः चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) से देश को करीब एक ट्रिलियन रुपये से अधिक का नुकसान होने की आशंका है. पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में इस तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी. वहीं इसके साथ ही पड़ोसी देश बांग्लादेश ने भी कहा है कि उसको 11 अरब टका का नुकसान हुआ है. हालांकि यह और बढ़ भी सकता है.


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सबसे ज्यादा इनको हुआ नुकसान
इस तूफान से सबसे ज्यादा नुकसान फसलों और मकान, सड़क, पुल, बिजली व अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को हुआ है. इस तूफान की वजह से करीब 1.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. दोनों देशों में करीब 102 लोगों की मौत हुई है. 


पिछले एक दशक के सबसे भयानक चक्रवाती तूफान से घरों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है. इसके बाद बिजली के झटके लगने से भी लोगों की मौत हुई है. तूफान आने से पहले ही 30 लाख लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था, जिससे ज्यादा जनहानि नहीं हुई है. 


राज्य सरकार ने मांगी सेना से मदद
फिलहाल ज्यादातर लोग राज्य सरकार और एनडीआरएफ के द्वारा बनाए गए राहत कैंपों में रह रहे हैं. हालांकि इन केंद्रों में कोरोनावायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं हो पा रहा है. पश्चिम बंगाल ने राज्य में अम्फान तूफान  से प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए शनिवार को सेना, रेलवे और बंदरगाह से मदद मांगी है. सरकार ने निजी संस्थाओं से भी इस उद्देश्य के लिये कर्मियों और उपकरणों को उपलब्ध कराने को कहा है. 


गृह विभाग ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि प्रदेश सरकार ने एकीकृत कमान के तौर पर आवश्यक आधारभूत ढांचों और सेवाओं को बहाल करने के लिये अधिकतम ताकत झोंक दी है. विभाग ने ट्वीट किया, "सेना की मदद मांगी गई है, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दस्ते तैनात हैं, रेलवे, बंदरगाह और निजी क्षेत्र से भी आपूर्ति दल और उपकरणों के लिए अनुरोध किया गया है." 


विभाग ने कहा कि पीने का पानी और पानी की निकासी के लिए आधारभूत ढांचे को तेजी से बहाल किया जा रहा है और लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से उन इलाकों में पानी की थैलियां वितरित करने के कहा गया है जहां अभी समस्या है. 


गृह विभाग ने कहा, "जहां जरूरत है वहां जनरेटरों को किराए पर लिया जा रहा है. विभिन्न विभागों और निकायों के 100 से ज्यादा दल गिरे हुए पेड़ों को काटने में लगे हुए हैं जो मुहल्लों में बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए अहम है." उसने कहा, "डब्ल्यूबीएसईडीसीएल और सीईएससी से अधिकतम कर्मियों को लगाने को कहा गया है. हालांकि लॉकडाउन की वजह से तैनाती क्षमता काफी प्रभावित हुई है. पुलिस हाई अलर्ट पर है."