नई दिल्ली : भारतीय रेलवे के इस्ट सेंट्रले रेलवे (ECR) जोन में शुक्रवार सुबह लगभग 5.35 बजे दरभंगा - कोलकाता एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए. मामले की सूचना मिलते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों में हड़कंप मच गया. गनीमत यह रही कि जिस दौरान यह हादसा हुआ उस समय यह गाड़ी पूरी तरह से खाली थी. ऐसे में किसी भी यात्री को चोट नहीं लगी है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार यार्ड में शंटिंग के दौरान दरभंगा - कोलकाता एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए. डिब्बे पूरी तरह से खाली थे ऐसे में किसी को भी चोट नहीं आई है.


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एक घंटे तक बंद रहा रेलगाड़ियों का परिचालन
रेलगाड़ी के पटरी से उतर जाने के चलते रेलवे का ट्रैक लगभग एक घंटे तक बंद रहा. ट्रैक बंद होने से कई रेलगाड़ियो के परिचालन पर असर पड़ा. हालांकि एक घंटे में डिब्बों को वापस पटरी पर चढ़ा कर टैक से हटा दिया गया. इसके बाद गाड़ियों का परिचालन पूरी तरह से सामान्य तरीके से होने लगा.


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सुरक्षित रेल यात्रा के लिए रेलवे कर रहा है कई काम
रेल यात्रियों को सुरक्षित रेल यात्रा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे की ओर से ढांचागत सुधार के लिए बड़े पैमाने पर काम किए जा रहे हैं. पूरे रेलवे में इस काम के लिए बड़े पैमाने पर ट्रैफिक ब्लॉक दिए जा रहे हैं. वहीं रेलवे 30 सितम्बर तक सभी मानव रहित रेलवे क्रासिंगों को खत्म करने के लिए भी काम कर रहा है. रेलवे के (NER) उत्तर पूर्व रेलवे में 30 सितम्बर के बाद से हादसों की संख्या में काफी कमी आने की संभावना है. रेलवे के इस जोन में 30 सतम्बर तक मानव रहित रेलवे क्रासिंग खत्म कर दिए जाएंगे. इस जोन के इज्जत नगर मंडल को मानव रहित क्रासिंग मुक्त घोषित कर दिया गया है. वहीं लखनऊ मंडल में 70 और वाराणसी मंडल में लगभग 100 रेलवे क्रासिंग बाकी हैं जिन्हें 30 सितम्बर तक खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है.