रेलगाड़ियों के समय से न चलने को ले कर रेलवे की काफी आलोचना हुई. इसको देखते हुए रेलवे की ओर से गाड़ियों को समय पर चलाने के लिए पूरे देश में कई कदम उठाए गए. इन कदमों का असर अब दिखने लगा है.
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नई दिल्ली : पिछले कुछ समय में रेलगाड़ियों के समय से न चलने को ले कर रेलवे की काफी आलोचना हुई. इसको देखते हुए रेलवे की ओर से गाड़ियों को समय पर चलाने के लिए पूरे देश में कई कदम उठाए गए. इन कदमों का असर अब दिखने लगा है. गाड़ियों को समय से चलाने में रेलवे के रांची मंडल ने सबसे बड़ी उपलब्धी हासिल की गई. 17 से 23 सितम्बर के बीच समय पर चल रही गाड़ियों को लेकर तैयारी की गई रिपोर्ट के अनुसार रांची मंडल अपनी 100 फीसदी गाड़ियों को समय पर चला रहा है. वहीं दूसरे नम्बर पर पश्चिम रेलवे का भावनगर मंडल है. यहां 99.35 फीसदी गाड़ियां समय पर चलाई जा रही हैं. रेलवे के 68 मंडलों में से 21 मंडल 90 फीसदी से अधिक गाड़ियों को समय पर चला रहे हैं.
उत्तर रेलवे में बड़े पैमाने पर हुए सुधार
रेलवे के जिन जोनों में रेलगाड़ियां सबसे अधिक देरी से चल रहीं थीं उनमें उत्तर रेलवे भी शामिल था. एक रिपोर्ट में उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में मात्र 60 फीसदी गाड़ियां भी समय पर चल पा रहीं थीं. लेकिन 17 से 23 सितम्बर के बीच गाड़ियों के समय से चलने को ले कर तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली मंडल की 82 फीसदी गाड़ियां समय पर चल रही हैं. हालांकि उत्तर रेलवे में समय से गाड़ियां चलाने के मामले में सबसे बेहतर फिरोजपुर मंडल है. यहां 87.8 फीसदी रेलगाड़ियां समय पर चलाई जा रही हैं. वहीं उत्तर रेलवे का अम्बाला मंडल दूसरे नम्बर पर है. यहां पर 17 से 23 सितम्बर के बीच 85.17 फीसदी रेलगाड़ियां समय पर चलाईं.
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उत्तर और उत्तर मध्य रेलवे में अभी भी सुधार की जरूरत
रेलगाड़ियों को समय से चलाने को ले कर काफी सुधार हुए हैं लेकिन अभी भी उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे में गाड़ियों को समय से चलाने को ले कर काफी काम करने की जरूरत है. भारतीय रेलवे के 68 मंडलों में इलाहाबाद मंडल अभी भी मात्र 40.87 फीसदी रेलगाड़ियों को ही समय पर चला पा रहा है. वहीं उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में मात्र 48.06 फीसदी रेलगाड़ियां व मुरादाबाद मंडल में 56.28 फीसदी रेलगाड़ियां ही समय पर चल पा रही हैं.