नई दिल्ली: Delhi-Meerut Expressway: दिल्ली-NCR में रहने वालों के लिए खुशखबरी है. 1 अप्रैल से दिल्ली-मेरठ का सफर सिर्फ 50 मिनट में पूरा हो सकेगा. अभी दिल्ली से मेरठ पहुंचने में सामान्य तौर पर 2 घंटे से ज्यादा का वक्त लगता है. NHAI ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) को 1 अप्रैल से खोलने की तैयारी कर ली है. काफी लंबे समय से इस एक्सप्रसेवे को खोलने की उम्मीद लगाई जा रही थी. 


रफ्तार पर नजर रखेंगे 200 CCTV कैमरे 


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14 लेन के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली के सराय काले खां से यूपी गेट तक गाड़ियों के लिए 70 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड रखी गई है जबकि यूपी गेट से मेरठ तक 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ सकेंगी. हर 500 मीटर से 1 किलोमीटर की दूरी पर कैमरे लगाए गए हैं, जो स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने वालों की पहचान करेंगे, फिर उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा. पूरे एक्सप्रेसवे पर 200 हाई सेंसिटिव कैमरे सफर के दौरान आपकी गाड़ी पर नजर रखेंगे कि आप स्पीड लिमिट का पालन कर रहे हैं या नहीं. 


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नंबर प्लेट पढ़ेंगे हाईटेक कैमरे 


NHAI के प्रोजेक्ट मैनेजर मुदित गर्ग के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे पर सबसे आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. यहां जो कैमरे लगाए गए हैं वह आधा किलोमीटर दूर तक की गाड़ी की नंबर प्लेट को रीड कर सकेंगे. ये हाईटेक नंबर प्लेट रीडर्स कैमरे गाड़ी की आगे और पीछे दोनों नंबर प्लेट का मिलान कर सकेंगे. इस एक्सप्रेस-वे पर सिर्फ एक ही फिजिकल टोल प्लाजा रखा गया है वह है मेरठ के पास काशी में.


जितना सफर, उतना ही कटेगा टोल


इस एक्सप्रेसवे पर जहां गाड़ी एंट्री करेगी वहां कैमरा गाड़ी की तस्वीर लेगा और जहां से गाड़ी एग्जिट करेगी वहां की तस्वीर लेकर यह जानकारी देगा कि आपने हाईवे पर कितने किलोमीटर सफर तय किया है. उसी सफर के हिसाब से आपके FasTAG से पैसा कट जाएगा. अगर आपकी गाड़ी में फास्टैग नहीं है तो आपको डबल टोल चुकाना पड़ेगा. 


3 साल में पूरा हुआ दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे
NCR के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक इस एक्सप्रेसवे को 4 फेज में पूरा किया गया है. दिल्ली के सराय काले खा से यूपी गेट तक का हिस्सा 1 साल पहले ही पूरा हो गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. पूरे एक्सप्रेसवे को पूरा करने में लगभग 3 साल का वक्त लगा. इस प्रोजेक्ट पर अभी 8340 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं. इसमें कंस्ट्रक्शन कॉस्ट और लैंड कॉस्ट दोनों ही शामिल है.


अभी टोल तय नहीं


ट्रांसपोर्ट मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक दिल्ली से मेरठ तक का टोल 125 से लेकर 150 तक रखा जा सकता है. सबसे जरूरी बात तो ये है कि इस एक्सप्रेसवे पर सराय काले खां से यूपी गेट के लिए 3 किलोमीटर तक का भी टोल चुकाना पड़ेगा. एंट्री प्वाइंट से कैमरा कैच करेगा और फिर एक्जिट प्वाइंट पर कैमरा कैच करेगा उस हिसाब से टोल कटेगा.


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