Fact Check: रेलवे ने फेस्टिव सीजन में ट्रेनों में कम किए स्लीपर-जनरल कोच? यहां जानिए हकीकत
IRCTC: मैसेज में दावा किया जा रहा है कि हले 22 कोच वाली ट्रेन में चार जनरल कोच होते थे. इनकी संख्या को घटाकर अब 2 कर दिया गया है. वहीं, सात स्लीपर कोच को घटाकर 2 कर दिया गया है.
Indian Railways Special Trains: हर बार की तरह इस बार भी छठ पूजा पर यूपी-बिहार जाने के लिए यात्री ट्रेनें भरी हुई हैं. जनरल टिकट वाले यात्री स्टेशन पर लंबी कतार में संघर्ष कर रहे हैं. कुछ लोग तो छठ से पहले अपने गांव पहुंचने की कोशिश में ट्रेनों के टॉयलेट से लेकर फर्श तक पर सफर कर रहे हैं. रेलवे की तरफ से ट्रेनों के 800 से ज्यादा फेरे बढ़ाए गए लेकिन फिर भी यात्री परेशान हैं. यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेन और प्लेटफॉर्म की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं.
22 कोच वाली ट्रेन में चार जनरल कोच
वायरल हो रही तस्वीरों के बीच, सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में अलग-अलग दावे किये जा रहे हैं. एक मैसेज में बताया जा रहा है कि रेलवे ने पिछले कुछ सालों में ज्यादा राजस्व के लिए फेस्टिव सीजन में चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच की संख्या कम कर दी है. मैसेज में कहा जा रहा है कि पहले 22 कोच वाली ट्रेन में चार जनरल कोच होते थे. इनकी संख्या घटाकर 2 कर दी गई है. सात स्लीपर कोच को घटाकर 2 कर दिया गया है. यह भी कहा गया कि कोच की संख्या में कमी के कारण ही बिहार और यूपी जाने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ रही है.
22 कोच में 6-7 स्लीपर कोच
इस बारे में जब जानकारी की गई तो पता चला कि रेलवे की तरफ से फेस्टिव सीजन से पहले और इसके दौरान स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. जानकारी करने पर यह भी पता चला कि ट्रेनों में स्लीपर और जनरल कोच की संख्या पहले जितनी ही है. ट्रेन के 22 कोच में 6-7 स्लीपर कोच और चार जनरल कोच हैं. इनकी संख्या में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. जांच में यह दावे झूठे साबित हुए.
यह भी पता चला कि ट्रेन में 3AC कोच की संख्या छह है. जबकि सोशल मीडिया पर थर्ड एसी के 10 कोच का दावा किया जा रहा था. दिसंबर 2023 तक चलाई जा रही ट्रेन ट्रिप की कुल संख्या 6,754 है. यह 2022 में चलाई गई स्पेशल ट्रेनों की ट्रिप 2614 से करीब ढाई गुना ज्यादा है. इस साल रेलवे ने अब तक दिवाली और छठ पूजा के लिए 2,423 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं.
इस साल त्योहारी सीजन की शुरुआत से अब तक 36 लाख लोग यात्रा कर चुके हैं और यह संख्या पिछले साल से करीब दोगुनी है. एक जनरल कोच में बैठने की क्षमता औसतन 100 यात्रियों की होती है. वहीं नॉन-एसी स्लीपर कोच के साथ-साथ 3-टियर एसी कोच में यात्रियों की क्षमता 72 होती है. 2-टियर एसी में एक कोच में 48 यात्री सफर कर सकते हैं.