अमेरिका के बाद भारत ही है ट्रंप को प्यारा, यूं ही नहीं मार्केट में खेला 15000 करोड़ रुपये का दांव
Trump Towers in India: अभी देश के चार शहरों मुंबई, पुणे, गुड़गांव और कोलकाता में चार ट्रंप टॉवर्स हैं. लग्जरी सुविधाओं वाले इन टॉवर्स को आने वाले समय में दूसरे शहरों में भी बनाया जाएगा, जिसके बाद इनकी संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी.
Trump Organisation Project in India: प्रचंड जीत के साथ अमेरिका को डोनाल्ड ट्रंप के रूप में नया राष्ट्रपति मिल गया है. ट्रंप की जीत का असर आने वाले समय में भारतीय रियलएस्टेट मार्केट पर भी दिखाई देने की उम्मीद है. इसका असर यह होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के 'द ट्रंप ऑर्गनाइजेशन' (The Trump Organisation) के अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा ट्रंप टावर्स होंगे. अभी मुंबई, पुणे, गुड़गांव और कोलकाता में चार ट्रंप टॉवर्स हैं. लेकिन आने वाले छह साल में इनकी संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी. इन लग्जरी टॉवर में ऑफिस, गोल्फ कोर्स और विला समेत कई और प्रोजेक्ट शामिल होंगे. आने वाले समय में नोएडा, हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, गुड़गांव और पुणे में ट्रंप टॉवर्स बनाए जाएंगे.
ट्रंप की सलाह हो ध्यान में रखकर किया काम...
भारत में ट्रंप के लग्जरी रियलएस्टेट पार्टनर, ट्रिबेका डेवलपर्स (Tribeca Developers) के फाउंडर कल्पेश मेहता यूएस इलेक्शन में ट्रंप की जीत के बाद सबसे ज्यादा वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया, मैंने अपना एमबीए व्हार्टन से किया, जहां राष्ट्रपति ट्रंप समेत उनकी फैमिली गई. वहां एक प्रोफेसर ने मुझे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर से जोड़ा. उन्होंने पुरानी मुलाकात को यार करते हुए बताया हम 13-14 साल पहले न्यूयॉर्क में एक बार में मिले थे. उस दौरान हमने अपनी शुरुआती प्लानिंग की और ये अब हकीकत बन गईं. जब हमने बाद में करार किया, तब से राष्ट्रपति ट्रंप की यही सलाह रही 'हम बहुत ज्यादा प्रोजेक्ट करना नहीं चाहते लेकिन हम जो भी करें वो अपनी कैटेगरी में बेस्ट होना चाहिए'.
ट्रंप ने हमेशा भारत की क्षमता में विश्वास जताया
उन्होंने बताया 2014 में जब दोनों कंपनियां मुंबई का ट्रंप टॉवर लॉन्च कर रही थीं. उस समय डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे. यह 2014 के आम चुनाव में पीएम मोदी के चुनाव जीतने के बाद का समय था. उन्होंने अपनी पहली यात्रा के दौरान भारत पर काफी चर्चा की और उस समय यहां मुख्य विषय मोदी थे. तब से वह हमारे पीएम को बहुत पसंद करते हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने हमेशा भारत की क्षमता में विश्वास जताया है लेकिन मोदी के पीएम बनने के बाद वह और ज्यादा उत्साहित हो गए. मेहता ने बताया कि भारत में अमेरिका के बाहर सबसे ज्यादा ट्रंप प्रॉपर्टी होंगी.
इस आधार पर पार्टनरशिप करता है ट्रंप का रियलएस्टेट ग्रुप
ट्रंप का रियल एस्टेट बिजनेस मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट होटलों की तर्ज पर चलाया जाता है. इसमें भारतीय पार्टनर हार्डवेयर (ईंट और मोर्टार) में निवेश करता है और विदेशी हिस्सेदार, ट्रंप ऑर्गनाइजेशन सर्विस और ग्लोबल लेवल के बारे में अपनी ब्रांडिंग और सॉफ्टवेयर लाता है. मेहता ने बताया कि भारत में ट्रंप का रियल एस्टेट बिजनेस अच्छा चल रहा है. उन्होंने बताया कि मुंबई, पुणे, गुड़गांव और कोलकाता में चार ट्रम्प टावर्स का कुल क्षेत्रफल 30 लाख वर्ग फीट है. इनमें 6-25 करोड़ रुपये की कीमत वाले करीब 800 रेजिडेंस हैं और इनकी कुल सेलिंग कॉस्ट करीब 7,500 करोड़ रुपये है.
बढ़कर 80 लाख वर्ग फीट हो जाएगा एरिया
मेहता ने बताया कि अगले कुछ सालों में छह और ट्रंप टावर्स का कुल एरिया 80 लाख वर्ग फीट होगा और इनकी कुल सेलिंग वैल्यू 15,000 करोड़ रुपये होगी. उन्होंने यह भी बताया कि ट्रंप गोल्फ कोर्स और विला दूसरे शहर में बनेंगे. उन्होंने बताया कि ट्रंप का राष्ट्रपति बनना दुनिया के लिए और भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करेगा. पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप एक-दूसरे को काफी पसंद करते हैं. दोनों के बीच का यह रिश्ता दुनिया के लिए भी फायदेमंद साबित होगा. ट्रंप आर्गेनाइजेशन दुनिया का एकमात्र सुपर लग्जरी रियल एस्टेट ब्रांड हैं.