Adani Group: उद्योगपति गौतम अडानी फिर से एक बार मुश्किलों में घिर गए हैं. अडानी को लेकर अमेरिका से आई खबर ने भूचाल मचा दिया. शेयर तो गिरे ही ग्रुप को अपना बॉन्ड भी रद्द करना पड़ा. अमेरिका में रिश्वर और धोखाधड़ी के मामले में गौतम अडानी समूह समूह के 7 लोगों पर आरोप लगे हैं. इन खबर के आने के बाद अडानी के शेयरों में ऐसा भूचाल आया कि वो 20 फीसदी तक गिरकर लोअर सर्किट पर लग गए. अडानी समूह का मार्केट कैप 2.53 लाख करोड़ तक स्वाहा हो गया. एक तरफ अमेरिका से उठा विवाद तो दूसरी तरह  नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE और मूडीज ने समूह की चिंताएं बढ़ा दी है.  


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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE ने मांगा जवाब  


अमेरिकी एजेंसियों की ओर से गौतम अडानी और उनके अधिकारियों पर लगे आरोपों के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE ने अडानी ग्रुप की कई कंपनियों से सफाई मांगी है. एनएसई ने अमेरिकी कोर्ट में अडानी समूह पर लगे आरोपों पर जवाब मांगा है.  कॉरपोरेट अनाउंसमेंट एनएसई ने अडानी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट, अडानी टोटल गैस, अडानी पावर, एसीसी, अडानी विल्मर, अडानी एनर्जी, NDTV, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स से नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.  


मूडीज ने भी दिया झटका  


अडानी समूह पर लगे आरोपों के बाद ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने भी बयान जारी किया है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अडानी ग्रुप के खिलाफ चल रहे कानूनी मामलों का असर ग्रुप की क्रेडिट रेटिंग पर दिख सकता है. अमेरिका में लगे आरोपों और शेयरों में जारी गिरावट के चलते अडानी समूह की क्रेडिट रेटिंग पर निगेटिव असर पड़ सकता है. अपनी रिपोर्ट में मूडीज ने कहा कि अगर अडानी समूह पर वित्तीय और कानूनी दवाब बढड़ता है तो उसका असर उनके कैश फ्लो और फंडिंग एक्सेस पर दिखेगा.  समूह के कर्ज और उसके इनकम रेश्यो पर नजर बनी हुई है. अगर इसका  अनुपात बिगड़ता है तो बाजार में अडानी समूह पर भरोसा और कमजोर हो सकता है, जिसका असर उसकी रेटिंग पर पड़ेगा, उसकी रेटिंग में गिरावट हो सकती है. हालांकि रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अडानी समूह ने अपने कारोबार की मजबूती को बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं.   


अडानी के शेयरों में गिरावट , क्या करें निवेशक  


अमेरिका से आई खबर के बाद अडानी समूह के शेयर क्रैश हो गए. शेयरों में जारी गिरावट के चलते निवेशकों बेचैन है. बाजार जानकारों की सलाह है कि फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है. कानूनी मामलों के अपडेट्स पर नजर बनाए रखने की जरूरत है. अडानी समूह की वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर फोकस रखना चाहिए.  मार्केट एक्सपर्ट सुशील केडिया ने कहा कि अभी मार्केट में ओवर रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है. थोड़ी शांति रखनी है. उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है कि फिलहाल अडानी ग्रुप के स्टॉक्स से दूर रहे.