नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने अंशधारकों को वित्तीय तौर पर मदद करता है. पीएफ खाते में जमा रकम से उनको मुश्किल वक्त में काफी आर्थिक मदद मिल जाती है. हालांकि बहुत कम लोगों को पता है कि पीएफ खाते से जीवन बीमा भी मिलता है. ईपीएफओ एक्ट के अनुसार बने EDLI 1976 के नियमों से ऐसा हो सकता है. हालांकि पीएफ खाते के इसके अलावा अन्य और भी फायदे हैं जिनका लाभ हम आपको बताने जा रहे हैं.


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EDLI (एंप्लॉई डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस) योजना के तहत आपके पीएफ खात पर 6 लाख रुपए तक इंश्योरेंस मिलता है. इस योजना के तहत खाताधारक को एक मोटा पेमेंट मिलता है. इसका फायदा किसी बीमारी या एक्सीडेंट और मृत्यु के वक्त लिया जा सकता है. 


रिटायरमेंट के बाद पेंशन
10 साल तक रेगुलर पीएफ खाते में पैसा जमा होते रहने की स्थिति में आपको अपने खाते पर एंप्लॉई पेंशन स्कीम का भी फायदा मिलता है. अगर कोई खाताधारक लगातार 10 साल नौकरी में रहता है और उसके खाते में लगातार एक राशि जमा होती रहती है तो एंप्लॉई पेंशन स्कीम 1995 के तहत उसे रिटायरमेंट के बाद एक हजार रुपए पेंशन के रूप में मिलता रहेगा.


अपने आप ट्रांसफर होगा पीएफ खाता
नौकरी बदलने पर पीएफ का पैसा ट्रांसफर करना अब आसान हो गया है. आधार से लिंक आपके यूएएन (यूनीक नंबर) नंबर के जरिए आप अपने एक से अधिक पीएफ खातों (नौकरी बदलने की स्थिति में) को एक ही जगह रख सकते हैं. नई नौकरी ज्वॉइन करने पर ईपीएफ के पैसे को क्लेम करने के लिए फॉर्म-13 भरने की जरूरत नहीं होगी. ईपीएफओ ने हाल ही में एक नया फॉर्म-11 जारी किया है, जिससे आपका पिछला खाता नए खाते में खुद ही ट्रांसफर हो जाएगा. 


कुछ स्थितियों में निकाल सकते हैं पैसा
अक्सर लोग नौकरी बदलते वक्त पीएफ खाते से पैसा निकाल लेते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि लोगों को लगता है कि चालू खाते से पैसा नहीं निकाला जा सकता है. ऐसा नहीं है, आप कुछ स्थितियों में अपने पीएफ खाते से पैसा निकाल सकते हैं. हालांकि, इस दौरान आप एक निश्चित रकम ही निकाल सकते हैं. कोरोना वायरस के तहत उपजा हालिया आर्थिक संकट हो या फिर मकान खरीदने या बनाने के लिए, मकान के लोन रीपेमेंट के लिए, बीमारी में, बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए, लड़की की शादी के लिए. हालांकि, इन फायदों का लाभ उठाने के लिए खाताधारकों को एक निश्चित समय तक ईपीएफओ का सदस्य होना जरूरी है.