Paytm Money News: फाइनेंशियल ईयर 2023 में इस इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ने 132.8 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 42.8 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था. हालांकि इस बारे में पेटीएम की तरफ से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया गया.
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Rakesh Singh CEO of Paytm Money: पेटीएम के इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम मनी (Paytm Money) के टॉप लेवल में बदलाव हुआ है. पेटीएम मनी को नया सीईओ (CEO) मिल गया है. कंपनी ने राकेश सिंह (Rakesh Singh) को नया CEO बनाया है. वह 2020 से इस पद पर तैनात वरुण श्रीधर (Varun Sridhar) की जगह लेंगे. जानकारी के अनुसार राकेश एक महीने पहले ही पेमेंट कंपनी PayU से जुड़ी फिनटेक कंपनी Fisdom में ब्रोकिंग सर्विसेज के CEO थे. अब वह पेटीएम मनी (Paytm Money) में शामिल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि वरुण श्रीधर को ग्रुप के अंदर ही दूसरी जिम्मेदारी दे दी गई है.
42.8 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया
वरुण श्रीधर की लीडरशिप में पेटीएम मनी ने मुनाफा कमाना शुरू किया. यह प्लेटफॉर्म Zerodha, Groww, Upstox और Angel One जैसी कंपनियों का कंप्टीटर है. फाइनेंशियल ईयर 2023 में इस इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ने 132.8 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 42.8 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था. हालांकि इस बारे में पेटीएम की तरफ से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया गया.
पेटीएम के म्यूचुअल फंड ब्रोकिंग सेक्शन में एक और बड़े पद पर नियुक्ति हुई है. इससे पहले खबर आई थी कि पेटीएम मनी ने विपुल मेवाड़ा को अपना सीएफओ (CFO) नियुक्त किया है. मेवाड़ा पहले ICICI सिक्योरिटीज में डिप्टी सीएफओ के पद पर थे.
शीर्ष पदों पर खूब उथल-पुथल देखी गई
पिछले कुछ ही महीनों में डिजिटल वेल्थ मैनेजमेंट सेक्टर में शीर्ष पदों पर खूब उथल-पुथल देखी गई है. कोटक महिंद्रा बैंक की तरफ से चलाए जाने वाले डिजिटल वेल्थ मैनेजमेंट ऐप, कोटक चेरी के शीर्ष चार अधिकारियों के बारे में भी जानकारी आई थी. बेंगलुरु बेस्ड पेटीएम मनी शेयर बाजार और म्युचुअल फंड से जुड़े इनवेस्टमेंट पर फोकस करती है. यह डायरेक्ट म्यूचुअल फंड सेक्टर में दिग्गज कंपनी है. डायरेक्ट म्यूचुअल फंड में निवेश योजनाएं किसी थर्ड पार्टी डिस्ट्रीब्यूटर के बिना सीधे फंड हाउस की तरफ से दी जाती हैं.
शेयर ब्रोकिंग के मामले में पेटीएम मनी अपने कॉम्पटीटर से पिछड़ गया है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, पेटीएम मनी के एक्टिव ट्रेडिंग कस्टकर का बेस करीब 760,000 हैं. प्लेटफॉर्म के जरिये चलने वाली सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (SIP) की संख्या करीब 860,000 है. इसके सबसे बड़े प्रतिद्वंदी Groww के करीब 7.6 मिलियन ग्राहक हैं. वहीं जेरोधा का यूजर बेस 6.7 मिलियन कस्टमर का है.