Fraud Alert: बैंक अकाउंट तो छोड़ो अब टोल वाले FASTag पर भी पड़ रहा है डाका, जालसाज ऐसे कर रहे हैं पैसे की चोरी
FASTag Recharge: टोल कलेक्शन सिस्टम से होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए देश में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया था. इसके बाद फास्टैग स्कीम देश में लाई गई थी.
FASTag Login: टोल प्लाजा पर लोगों को पहले टोल देने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकारी की ओर से FASTag की शुरुआत की गई थी. FASTag की मदद से टोल प्लाजा पर बिना रुके ही टोल टैक्स दिया जा सकता है. ऐसे में लंबे वक्त तक वहां इंतजार भी नहीं करना पड़ता. हालांकि अब जालसाजों की नजर FASTag अकाउंट में पड़े पैसों पर है और इन पर भी डाका डाल रहे हैं.
शुरू की गई थी नई व्यवस्था
टोल कलेक्शन सिस्टम से होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से देश में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया था. इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम यानी फास्टैग स्कीम देश में साल 2014 में शुरू की गई थी. इसके बाद इसका धीरे-धीरे विस्तार किया गया था.
एक्टिव हुए जालसाज
FASTag किसी आधिकारिक टैग जारीकर्ता या सहभागिता बैंक से खरीदा जा सकता है. वहीं अब वाहनों पर FASTag लगाना होता है ताकी जब टोल प्लाजा के आगे से गुजरा जाए तो वहां मौजूद स्कैनर इन्हें स्कैन कर ले और अकाउंट से पैसे कट जाए लेकिन अब जालसाज इतने एक्टिव हो गए हैं कि FASTag का पैसा भी निकाल रहे हैं.
अलग ही मामला आया सामने
दरअसल, कई ऐसी घटनाएं सामने आई है, जहां पीड़ितो ने FASTag में मौजूद धनराशि निकल जाने की बात कही है. लोग हैरान हो जाते हैं कि आखिर बिना टोल पर जाए ही कैसे उनके FASTag में मौजूद राशि निकल गई. इसके पीछ जब जांच की गई तो अलग ही मामला सामने आया. इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है.
ऐसे होती है चोरी
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बच्चा कार को साफ करने के बहाने कार के शीशे तक पहुंच जाता है. इसके बाद अपना हाथ ले जाकर कार के शीशे पर लगे FASTag की तरफ ही उल्टा हाथ कर बार-बार हाथ घुमाने लगता है. ऐसे में देखने वालों को यही लगता है कि बच्चा कार को साफ कर रहा है. हालांकि बच्चा कार साफ नहीं बल्कि कार के शीशे पर लगे FASTag को स्कैन कर आपके खाते से पैसे साफ कर रहा होता है.
कटने लगता है पैसा
दरअसल, इस दौरान बच्चे ने अपने हाथ में घड़ी जैसा कोई गैजेट पहना होता है. यह असल में एक स्कैनर है. इस स्कैनर को जितनी बार FASTag पर घुमाते हैं उतनी बार ही FASTag से पैसा कटने लगता है. इस स्कैनर में अमाउंट भी फिक्स कर दी जाती है, उसी हिसाब से पैसा कटने लगता है. वहीं जब तक पैसा कटने का मैसेज शख्स के पास जाता है तब तक वो बच्चा भी वहां से कार साफ करके चला जाता है. इस तरह की घटनाओं से जालसाज लगातार लोगों की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं.