नई दिल्ली: त्योहार का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में घर में सरसों तेल (Mustard Oil) की खपत बढ़ जाती है. लेकिन त्योहारों पर तेल में मिलावट की शिकायतें भी बढ़ जाती हैं. दरअसल, मिलावट करने वाले तेल का रंग पीला करने के लिए उसमें खतरनाक मेटानिल येलो मिलाते हैं जो हमारे हेल्थ के लिए घातक है. इसलिए आज आपको बताते हैं बाजार में मिलने वाला तेल असली है या नहीं. 


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दरअसल, तेल में मिलावट के खिलाफ फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने ट्विटर पर DetectingFoodAdulterants नामक एक अभियान चलाया है. लंबे समय तक मिलावटी तेल खाना हमारे लिए घातक हो सकता है. FSSAI अपने इस अभियान के तहत लोगों को बता रहा है कि कैसे घर पर भोजन में मिलावट की जांच की जाए.



इस वीडियो में FSSAI ने खाना पकाने के तेल में मेटानिल येलो जैसे खतरनाक रंग के उपयोग का पता लगाने का आसान तरीका बताया है. आइए जानते हैं कि घर के तेल में मिलावट की जांच कैसे कर सकते हैं.


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ऐसे करें तेल में मिलावट की जांच


1. सबसे पहले टेस्ट ट्यूब में 1 मिली तेल का नमूना लें.
2. अब इसमें 4ml डिस्टिल्ड वॉटर मिलाएं और टेस्ट ट्यूब को हिलाएं.
3. इस मिक्सर का 2ml एक दूसरे टेस्ट ट्यूब में लें और मिक्सर में 2l कंसेंट्रेटेड HCL मिलाएं.
4. अब आपको अगर मिलावटी तेल की ऊपरी परत में कोई रंग परिवर्तन नहीं दिखाई दे तो तेल असली है. 
5. लेकिन, मिलावटी तेल के ऊपरी परत पर एसिड में रंग बदल जाता है.


मेटानिल येलो के साइड इफेक्ट


मेटानिल येलो एक फूड कलर है जिसका भारत में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, मेटानिल येलो इंसानी शरीर के लिए खतरनाक है. दरअसल, यह हमारे सीखने और समझने की मस्तिष्क की क्षमता को कम करता है. FSSAI ने ट्वीट में बताया है कि HCL एसिड मिलावटी तेल के नमूने से प्रतिबंधित रंग निकालता है. जैसे मेटानिल येलो और एसिड लेयर में रंग बदल जाता है. जबकि शुद्ध तेल रंग में कोई बदलाव नहीं दिखाता है.


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