Gautam Adani: अडानी ग्रुप की तीन कंपनियां विश्व आर्थिक मंच की 'रूपांतरकारी औद्योगिक ‘क्लस्टर' स्कीम का हिस्सा बनी हैं. इससे अडानी मुंदड़ा ‘क्लस्टर’ का निर्माण हुआ है. इन तीन कंपनियों में अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) और अंबुजा सीमेंट्स शामिल हैं.


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अडानी समूह ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की इस पहल का उद्देश्य एक जगह पर स्थित कंपनियों के बीच सहयोग बढ़ाना और उनके दृष्टिकोण में सामंजस्य बिठाना है. इसके पीछे आर्थिक वृद्धि को रफ्तार देने, रोजगार सृजन और 2050 तक कार्बन उत्सर्जन खत्म करने का उद्देश्य है. 


कंपनी का आया बयान


एपीएसईजेड के प्रबंध निदेशक और अंबुजा सीमेंट्स के निदेशक करण अडानी ने कहा, "डब्ल्यूईएफ पहल में शामिल होने से हस्ताक्षरकर्ताओं को वैश्विक उद्योग के साथियों, शोध संस्थानों, नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने का अवसर मिलेगा, ताकि कार्बन-मुक्ति की दिशा में अभिनव दृष्टिकोण अपनाए जा सकें." 


उन्होंने कहा, "अडानी मुंद्ड़ा क्लस्टर (संकुल) एक एकीकृत हरित हाइड्रोजन विनिर्माण केंद्र बनने की आकांक्षा रखता है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में उत्सर्जन कटौती और ऊर्जा आयात पर देश की निर्भरता को कम करने में मदद करता है." 


WEF ने जताई खुशी


डब्ल्यूईएफ की कार्यसमिति के सदस्य रॉबर्टो बोका ने कहा, "हमें 23 औद्योगिक संकुलों के अपने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत के पहले दो संकुलों में से एक के रूप में अडानी मुंदड़ा संकुल का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. गुजरात की महत्वपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का इस्तेमाल कर यह संकुल दक्षिण एशिया में हरित हाइड्रोजन के अग्रणी केंद्र में से एक बनने की राह पर है."


(इनपुट- एजेंसी)