World Economy: इजरायल और हमास के बीच युद्ध देखने को मिल रहा है. इस भीषण युद्ध के कारण दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी काफी असर देखने को मिल सकता है. वहीं दुनिया अभी तक यूक्रेन और रूस के युद्ध से उभरी भी नहीं थी कि इजरायल और हमास के कारण भी अब लोगों के बीच हाहाकार मच गया है. इस बीच आईएमएफ ने विश्व की अर्थव्यवस्था को लेकर चेताया है. साथ ही कहा है कि इससे विश्व की अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी धीमी हो रही है. वहीं विश्व की अर्थव्यवस्था को कोरोना के दौरान भी काफी झटका पहले ही लग चुका था.


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अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष


अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने चेताया कि ऊंची ब्याज दरों, यूक्रेन में चल रहे युद्ध और बढ़ते भूराजनीतिक तनाव के कारण विश्व अर्थव्यवस्था अपनी गति खो रही है. आईएमएफ ने अनुमान जताया है कि 2024 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि धीमी होकर 2.9 प्रतिशत रह जाएगी, जिसके इस साल तीन प्रतिशत रहने की उम्मीद है. अगले वर्ष के लिए पूर्वानुमान जुलाई में अनुमानित तीन प्रतिशत से कम है.


कोविड-19


यह सुस्ती ऐसे समय में आई है, जब दुनिया विनाशकारी कोविड-19 महामारी के प्रकोप से पूरी तरह उबर नहीं पाई है. महामारी और यूक्रेन पर रूस के हमले सहित कई झटकों के कारण पिछले तीन वर्षों में दुनियाभर के आर्थिक उत्पादन में कोविड-पूर्व रुझानों की तुलना में लगभग 3,700 अरब अमेरिकी डॉलर की कमी आई है.


अर्थव्यवस्था अपनी गति खो रही


आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरीचस ने इस सप्ताह मोरक्को के माराकेच में आईएमएफ और विश्व बैंक की बैठक से पहले कहा कि पंगु पड़ी विश्व अर्थव्यवस्था अपनी गति खो रही है. उन्होंने हालांकि कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था ने उल्लेखनीय जुझारू क्षमता दिखाई है, खासतौर से ऐसे वक्त में जब अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व और दुनियाभर के अन्य केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं. (इनपुट: भाषा)