Anil Ambani's Reliance Group deal with Bhutan: अनिल अंबानी के दिन बदलने लगे हैं. एक ओर कंपनी पर कर्ज कम हो रहा है तो वहीं अब धड़ाधड़ कंपनी को नए ऑर्डर और डील मिल रही है. निवेशकों का भरोसा बढ़ने से कंपनी के शेयर चढ़ने लगे हैं. अब तो अनिल अंबानी विदेशों में भी पैर फैलने लगे हैं. अनिल अंबानी की कंपनी ने भूटान में एंट्री कर ली है. कंपनी ने 1270 मेगावॉट के सोलर और हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के लिए डील की है. रिलायंस समूह की ओर से इसकी जानकारी साझा की गई है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अनिल अंबानी के लिए चौतरफा खुशखबरी  


अनिल अंबानी की कंपनी लगातार अपना कर्ज करने पर फोकस कर रही है. कर्ज कम होते ही निवेशकों का भरोसा उनकी कंपनी पर बढ़ रहा है. इस भरोसे का नतीजा अब नई डील्स में दिखने लगा है. अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह भूटान में 1,270 मेगावाट की सोलर और हाइड्रोइवेक्ट्रिक प्रोजेक्ट लगाने जा रही है. ये परियोजनाएं पड़ोसी देश में ऊर्जा क्षेत्र में योगदान देंगी. कंपनी ने भूटान सरकार की कमर्शियल एंड इनवेस्टमेंट यूनिट ड्रक होल्डिंग एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड के साथ पार्टनरशिप हुई है. दोनों के बीच स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप एंग्रीमेंट हुआ है. 


क्या है इस डील का मकसद  


अनिल अंबानी और भूटान के इस डील का मकसद वहां रिन्यूएबल और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है. भूटान में निवेश के लिए अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाली कंपनी रिलायंस ग्रुप ने नई कंपनी ‘रिलायंस एंटरप्राइजेज’ बनाई है. नई कंपनी रिलायंस एंटरप्राइजेज शेयर बाजार में लिस्टेड रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और रिलायंस पावर लिमिटेड संयुक्त रूप से प्रमोटे़ कंपनी होगी. कंपनी दो चरणों में 500 मेगावॉट के सोलर प्लांट लगाएगी.  इसके अलावा  770 मेगावाट की चम्खरचू-1 पनबिजली परियोजना का विकास करेंगी. रिलायंस समूह इस डील के तहत भूटान के गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी में ये प्लांट लगाने जा रही है.