Zomato ने हासिल की एक और बड़ी उपलब्धि, अब सेंसेक्स में भी लिस्टेड होगी कंपनी; जानिए शेयर पर क्या होगा असर
Zomato Share Market: तीस शेयरों पर आधारित सूचकांक (इंडेक्स) में जोमैटो का शामिल होना कंपनी के लिए मील का पत्थर है. कंपनी के शेयर में पिछले एक साल में अच्छी तेजी आई है.
Zomato: ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करने जा रही है. 23 दिसंबर से कंपनी JSW स्टील की जगह मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स में शामिल होगी. यह बीएसई की सहयोगी कंपनी एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा घोषित लेटेस्ट पुनर्गठन का हिस्सा है.
एशिया इंडेक्स ने शुक्रवार को घोषणा की कि ये बदलाव 23 दिसंबर 2024 से प्रभावी होंगे. तीस शेयरों पर आधारित सूचकांक (इंडेक्स) में जोमैटो का शामिल होना कंपनी के लिए मील का पत्थर है. कंपनी के शेयर में पिछले एक साल में अच्छी तेजी आई है. इसके अलावा, यह पुनर्गठन सेंसेक्स से आगे बढ़कर बीएसई 100, बीएसई सेंसेक्स 50 और बीएसई सेंसेक्स नेक्स्ट 50 जैसे अन्य सूचकांकों पर भी असर डालेगा.
सेंसेक्स में फेरबदल
बीएसई सेंसेक्स 50 में फेरबदल के एक हिस्से के रूप में, सूचकांक में प्रमुख रूप से जुड़ने वालों में जोमैटो, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड शामिल हैं. दूसरी ओर, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड और एलटीआई माइंडट्री सूचकांक से बाहर निकलेगी.
टेक्नोलॉजी की मदद से रोकी जा सकती है खाने की बर्बादी : रिपोर्ट
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल खाने की बर्बादी को रोकने और कम करने में किया जा सकता है, जो कि भारत की फूड सर्विस इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसी के साथ सस्टेनेबल प्रैक्टिस को भी बढ़ावा दिया जा सकता है. खाने की बर्बादी से रेस्तरां का मुनाफा कम हो सकता है और पर्यावरण संबंधी चिंताएं भी बढ़ सकती हैं, जबकि दुनिया भर में लाखों लोग कुपोषण से पीड़ित हैं.
डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडेटा के प्रमुख उपभोक्ता विश्लेषक पार्थसारधी रेड्डी बोक्काला ने कहा कि ग्राहकों की मांग का सटीक अनुमान लगाना अपने आप में एक चुनौती है, इस वजह से रेस्तरां अतिरिक्त खाना तैयार करते हैं और अंत में यह बर्बाद हो जाता है.