गूगल (Google) सीईओ सुंदर पिचई अमेरिकी सांसदों के सवालों के घेरे में आ गए हैं. उनसे सवाल किया गया है कि आखिर गूगल सर्च में 'इडियट' लगने पर अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की तस्‍वीर क्‍यों दिखाई देती है. सांसदों ने इसके अलावा भी सवाल पूछे हैं. सुंदर पिचई ने बताया कि ऐसा तकनीकी आधार पर हो रहा है. इसमें कोई मानव हस्‍तक्षेप नहीं है.


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पिचई ने बताया कारण
हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के मुताबिक  पिचई ने बताया कि गूगल सर्च में जब कोई यूजर कीवर्ड डालता है तो वह एल्‍गोरिथम के आधार पर उस वेबपेज और फोटो को खोजता है. दरअसल, गूगल सर्च इंजन को इस तरह डिजाइन किया गया है कि जब किसी शब्‍द को बार-बार सर्च किया जाता है तब सर्च इंजन उस कीवर्ड को पॉपुलर कैटेगरी में डाल देता है.


संतुष्‍ट नहीं हुए सांसद
अमेरिकी कांग्रेसमैन जो लोफग्रेन पिचई के इस जवाब से संतुष्‍ट नहीं थे. वह बोले तो इसका अर्थ है कि पर्दे के पीछे बैठकर कोई कुछ भी डिजाइन करता रहे? पिचई ने कहा कि ऐसा नहीं है. गूगल सर्च इंजन को ऐसे नहीं तैयार किया गया है.



ट्रंप कर सकते हैं कार्रवाई
पहले खबर आई थी कि ट्रंप गूगल सर्च में अमेरिकी राष्ट्रपति की गलत छवि बनाने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं. उन्होंने कहा था कि जब से पद संभाला है, मीडिया हमेशा मेरे खिलाफ खबरें चलाता है. ट्रंप ने अपने इस दर्द के लिए सीधे गूगल को जिम्मेदार ठहराया था. ट्रंप का आरोप है कि गूगल भी मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें सर्च होने में बड़ी भूमिका निभा रहा है, जो खतरनाक है.


क्यों 'इडियट' हैं ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप वैसे तो अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, लेकिन गूगल उन्हें इडियट क्यों बता रहा है. दरअसल, गूगल इमेज सर्च में 'इडियट' टाइप करने पर सबसे ऊपर ट्रंप की जो तस्वीर दिखती है, वह बेबीस्पिटल (Babyspittle) नाम की अमेरिकी ब्लॉग साइट की है. यह साइट खास तौर से रूढ़िवादियों की सोच और उनकी तरफ फैलाई जाने वाली अफवाहों की काट ढूंढने का काम करती है. इस पर डोनाल्ड ट्रंप को बार-बार इडियट कहा गया है. इस ब्लॉग साइट ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ कई लेख लिखे हैं. 'बेवकूफी भरी हरकतों' पर ट्रंप की आलोचना की गई है.