Google Artificial Intelligence: चैट जीपीटी (Chat GPT) को टक्कर देने के लिए गूगल की पैरंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc) ने खुद का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) बेस्ड गूगल चैट बार्ड का इजाद किया है लेकिन इसके आते ही गूगल को 120 बिलियन डॉलर की चपत लग गई. पहले जान लेते हैं कि किस तरीके से इस चैट बार्ड ने गूगल को घाटे में डाल दिया. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड गूगल चैट बार्ड ने एक सवाल का गलत जवाब दिया और इसका एक प्रमोशनल वीडियो तेजी से वायरल हुआ. इसके बाद से अल्फाबेट इन के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. निवेशकों को चिंता है कि क्या गूगल का चैट बार्ड माइक्रोसॉफ्ट के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मुकाबला कर सकता है?


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जानिए क्या है पूरा मामला?


गूगल के चैट बार्ड से सवाल किया गया कि 9 साल के बच्चे को जेम्स वेब टेलीस्कोप के नई रिसर्च के बारे में क्या बताना चाहिए? चैट बार्ड ने इसका जवाब दिया कि साल 2023 में James Webb Space Telescope ने कई आकाशगंगाओं का पता लगाया था जिनको ग्रीनपीस कहा गया क्योंकि यह हरे रंग के छोटे, गोलाकार और मटर के दाने की तरह दिखाई देने वाले थे. चैट बार्ड ने कहा कि टेलिस्कोप ने 13 बिलियन पुरानी गैलेक्सी की तस्वीर खींची थी. इसके अलावा जेम्स वेब टेलीस्कोप पहली बार मिल्की वे के बाहर की तस्वीर लेने के लिए इस्तेमाल किया गया था.


इस सवाल का जवाब मिला गलत


चैट बोर्ड द्वारा दिए गए तीसरे जवाब को रॉयटर्स ने गलत बताया. जब रॉयटर्स ने गूगल चैट बार्ड के गलत जवाब को टारगेट किया तब से अब तक गूगल के शेयरों में 9% की गिरावट देखने को मिल चुकी है. अब जान लीजिए इस सवाल का सही जवाब क्या है. रॉयटर्स ने नासा का रिफरेंस देते हुए कहा कि साल 2004 में यूरोपियन एडवांस टेलिस्कोप में अंतरिक्ष के एक्सोप्लैनेट सदर ऑब्जर्वेटरी के सोलर सिस्टम के बाहर के ग्रहों की तस्वीर ली थी जिसे 2M1207b कहा गया था.


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