सरकारी इंश्योरेंस कंपनियों ने IRDAI को लिखी चिट्ठी, मनमाने के लिए एक्शन की मांग
सरकारी कंपनियों ने कहा कि तय सीमा से ज्यादा डिस्काउंट देने और गलत तरीके अपनाने वाली कंपनियों पर रेगुलटर को एक्शन लेना चाहिए जिससे सरकारी और प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों के लिए एक सामन कारोबार के मौके हों.
नई दिल्ली: पिछले साल के मुकाबले 3 सरकारी बीमा कंपनियों का मोटर इंश्योरेंस के मार्केट शेयर में गिरावट जारी है. मार्केट शेयर में गिरावट के लिए वे प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा अपनाई गई गलत प्रैक्टिस को जिम्मेदार मानते हैं. इसी पर सरकारी कंपनियों ने इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI को चिठ्ठी लिखी है कि तय सीमा से ज्यादा डिस्काउंट देने और गलत तरीके अपनाने वाली कंपनियों पर रेगुलटर को एक्शन लेना चाहिए जिससे सरकारी और प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों के लिए एक सामन कारोबार के मौके हों.
3 PSU कंपनियों के मोटर इंश्योरेंस कारोबार में गिरावट दर्ज की गई है. इन कंपनियों का मार्केट शेयर 5 फीसदी तक कम हुआ है. टॉप प्राइवेट कंपनियों के मोटर मार्केट शेयर में बढ़ोतरी जारी है. प्राइवेट कंपनियों पर गलत तरीके से कमीशन देने का आरोप लग रहे हैं. उदाहरण के लिए, नियम के मुताबिक, कार के लिए 19.5 फीसदी, 2 व्हीलर में 22.5 फीसदी तक ही कमीशन मंजूर है. लेकिन, प्राइवेट कंपनियां 40 फीसदी तक एजेंट, डीलर्स को कमीशन दे रही हैं. ICICI लोम्बार्ड पर गिफ्ट्स और विदेश यात्राएं स्पॉन्सर करने के आरोप हैं. IRDAI के नियमों के मुताबिक यह अनुचित है.