सड़क, रेलवे और पोर्ट में सरकारी निवेश से डोमेस्टिक इंडस्ट्री में कंप्टीशन: सीआईआई
FDI: मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए शुरू हुई पीएलआई स्कीम जैसी नीतियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स समेत 14 प्रमुख क्षेत्रों में 1.97 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित किया है. भारत में ऑटो, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी, केमिकल, शिपिंग, रेलवे और अन्य क्षेत्रों मैन्युफैक्चरिंग तेजी से बढ़ रही है.
Government Investment: इंडस्ट्री चैम्बर कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की तरफ से कहा गया कि इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सड़क, रेलवे और पोर्ट में सरकारी निवेश बढ़ने से घरेलू इंडस्ट्री ज्यादा प्रतिस्पर्धी बन रही है. सीआईआई के डायरेक्टर जनरल, चंद्रजीत बनर्जी द्वारा केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को लिखी चिट्ठी में कहा कि सरकार की पहल जैसे मेक-इन-इंडिया और कई सेक्टरों के लिए लाई गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करने में मदद मिली है.
ग्लोबल कंपनियां विस्तार के लिए भारत की तरफ देख रहीं
चिट्ठी में आगे कहा गया कि भारत की तरफ से नीतिगत बदलाव ठीक ऐसे समय पर किया गया है कि जब जियो-पॉलिटिकल परिस्थितियां भारत के पक्ष में आ गई हैं. कई ग्लोबल कंपनियां अपने विस्तार के लिए भारत की ओर देख रही हैं. चिट्ठी के मुताबिक भारत में एफडीआई प्रवाह 2014-15 में 45.14 अरब डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 70.95 अरब डॉलर हो गया है, जो भारत में आधार स्थापित करने के लिए विदेशी निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है. इसमें कहा गया है कि पीएलआई योजनाओं ने भारी निवेश आकर्षित किया है.
1.97 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित किया
मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए शुरू की गई पीएलआई योजना जैसी नीतियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स सहित 14 प्रमुख क्षेत्रों में 1.97 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है. भारत में ऑटो, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी, केमिकल, शिपिंग, रेलवे और अन्य क्षेत्रों मैन्युफैक्चरिंग तेजी से बढ़ रही है. इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से भारत के निर्यात को भी बढ़ाने में मदद मिल रही है. अक्टूबर 2024 के लिए भारत का कुल निर्यात (वस्तुओं और सेवाएं संयुक्त) 73.21 अरब डॉलर रहा है, जो अक्टूबर 2023 की तुलना में 19.08 प्रतिशत अधिक है.
भारत के निर्यात में ऐसे समय में दोहरे अंक में बढ़ोतरी हुई है, जब ग्लोबल इकोनॉमी में धीमापन देखा जा रहा है. इसमें बढ़त की वजह इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जैविक एवं अजैविक रसायन, चावल और कपड़े का निर्यात बढ़ना था, जो दिखाता है कि देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गतिविधियों में तेजी से इजाफा हो रहा है. (IANS)