EPFO interest rate: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को मोदी 3.0 सरकार का पहला बजट पेश करेंगी. इससे पहले सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए EPF पर 8.25% की वार्षिक ब्याज दर को मंजूरी दे दी है. इस साल फरवरी में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने घोषणा की थी कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज दर पिछले वर्ष की 8.15% की दर से बढ़ाकर 8.25% कर दी गई है.


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सरकार ने गुरुवार को EPFO के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से इसकी घोषणा की है कि उसने EPFO के लिए 8.25% की वार्षिक ब्याज दर को मंजूरी दे दी है. EPFO ने एक्स पर लिखा है कि वित्त मंत्रालय ने 8.25% की दर से वार्षिक ब्याज दर की मंजूरी दे दी है. इसके अलावा ईपीएफओ ने इस बात पर जोर दिया है कि ईपीएफ सदस्यों के लिए ब्याज दरों का खुलासा तिमाही आधार पर नहीं किया जाएगा. 



ईपीएफ सदस्यों के लिए ब्याज दर तिमाही घोषित नहीं की जाती है. आमतौर पर वार्षिक ब्याज दर वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद आगामी वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में घोषित की जाती है. इस तरह ईपीएफ सदस्यों के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 8.25% की ब्याज दर पहले ही भारत सरकार द्वारा अनुमोदित कर दी गई थी और 31-05 2024 को ईपीएफओ द्वारा अधिसूचित की गई थी. 


कब आएगा EPFO का पैसा?


EPFO ने आगे बताया है कि नई ब्याज दर अधिसूचित होने के बाद से संसोधित दरों पर ब्याज का भुगतान वर्तमान और निवर्तमान सदस्यों को किया जा रहा है. इस तरह 23 लाख से ज्यादा क्लेम को नई ब्याज दर पर सेटल कर पैंसों का भुगतान किया जा चुका है.