Highest Stoppage Train: इस ट्रेन में भूल से भी बुक मत करवाना अपना टिकट, नाम `एक्सप्रेस` लेकिन हर दूसरे स्टेशन पर हो जाती है खड़ी; लेती है कुल 111 स्टॉपेज
Indian Railways Interesting Facts: क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी भी ट्रेन चलती है, जो कहने के लिए तो एक्सप्रेस है लेकिन वह हर दूसरे स्टेशन पर जाकर खड़ी हो जाती है. अगर आपको कभी ट्रेन से सफर करना हो तो इस रेल में भूल से भी अपना टिकट बुक मत करवाना.
Highest Stoppage Train of India: बात जब लंबी दूरी के सफर की आती है तो लोग हमेशा ट्रेन से ही सफर को प्राथमिकता देना पसंद करते हैं. इसकी वजह ये है कि ट्रेन में आप मजे से बैठ सकते हैं, घूम सकते हैं, टहल सकते हैं और उसमें झटके भी नहीं लगते. ट्रेनें बिना ट्रैफिक जाम में फंसे नॉन-स्टॉप भागी चली जाती हैं, जबकि बसों में ऐसा नहीं होता. लेकिन आज हम आपको भारतीय रेलवे की एक ऐसी ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कहने के लिए तो एक्सप्रेस है लेकिन वह हर दूसरे स्टेशन पर जाकर खड़ी हो जाती है. वह अपने सफर में कुल 111 रेलवे स्टेशनों पर रुकती है और वहां से सवारियों को चढ़ाकर-उतारते हुए चलती है.
बंगाल से पंजाब के बीच चलती है हावड़ा-अमृतसर मेल
यह ट्रेन पश्चिम बंगाल और पंजाब के बीच चलने वाली हावड़ा-अमृतसर मेल (Howrah-Amritsar Mail) है. यह एक एक्सप्रेस ट्रेन है, जो पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, यूपी और हरियाणा से होते हुए पंजाब पहुंचती है. हावड़ा से अमृतसर की करीब 2005 किमी को दूरी को तय करने में यह ट्रेन करीब 37 घंटे का समय लेती है.
3 दिनों का लगाती है समय
यह ट्रेन (Highest Stoppage Train) हावड़ा स्टेशन से शाम को 7 बजकर 15 मिनट पर चलती है. तीसरे दिन सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर अमृतसर पहुंच जाती है. इसी तरह अमृतसर से शाम को 6 बजकर 25 मिनट (Amritsar- Howrah mail time table) पर रवाना होने पर यह ट्रेन तीसरे दिन सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर हावड़ा स्टेशन पहुंच जाती है.
जानें विभिन्न कैटेगरी के टिकट
अगर हावड़ा-अमृतसर मेल के किराये के स्लीपर क्लास के किराये (Howrah-Amritsar Mail fare) की बात करें तो वह 735 रुपये है. जबकि थर्ड एसी का 1950 रुपये और सेकेंड एसी का 2835 रुपये है. वहीं फर्स्ट क्लास एसी का किराया 4835 रुपये है. यह ट्रेन देश के पश्चिमी भाग को पूर्वी भाग से जोड़ने का काम करती है.
कुल 111 स्टेशनों पर लेती है स्टॉपेज
एक्सप्रेस ट्रेन (Highest Stoppage Train) होने के बावजूद यह ट्रेन 10, 20 या 50 नहीं बल्कि 111 रेलवे स्टेशनों पर रुक-रुककर चलती है. यानी कि आप कह सकते हैं कि हरेक बड़े कस्बे और नगर में इस ट्रेन का स्टॉपेज है. जबकि भारत के सबसे लंबे रूट पर चलने वाली डिब्रूगढ़-कन्याकुमारी विवेक एक्सप्रेस (Dibrugarh-Kanyakumari Vivek Express) 9 राज्यों को पार करते हुए 4,234 किलोमीटर का सफ़र तय करती है. इसके बावजूद वह केवल 59 रेलवे स्टेशनों पर ही रुकती है.
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