नई दिल्ली : ICICI Bank-Videocon loan case: आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन लोन मामले में आरोपी ICICI बैंक की पूर्व एमडी व सीईओ चंदा कोचर और दीपक कोचर प्रवर्तन निदेशानल (ED) के कार्यालय पहुंच गए हैं. दोनों से ईडी के मुंबई स्थित ऑफिस में पूछताछ की जाएगी. इस मामले में ईडी ने वीडियोकॉन के वेणुगोपाल धूत को भी शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. इससे पहले शुक्रवार को ईडी ने चंदा कोचर और वेणुगोपाल धूत के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान ईडी अधिकारियों के साथ पुलिस भी मौजूद रही.


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धोखाधड़ी से जुड़े मामले में खोजबीन की
ईडी ने दोनों के आवाज और कार्यालय पर यह खोजबीन बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मामले में की है. अधिकारियों ने बताया कि मुंबई एवं अन्य जगहों पर कम से कम पांच कार्यालय और आवासीय परिसर में यह छापेमारी की गई है. ईडी की तरफ से एक बयान जारी कर गया गया 'मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मुंबई में कोचर और औरंगाबाद में धूत के परिसरों की तलाशी की गई है.' ईडी ने फरवरी की शुरुआत में कोचर, उनके पति दीपक कोचर, धुत व अन्य के खिलाफ के मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था.


1,875 करोड़ रुपये के लोन से जुड़ा मामला
यह मामला आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से वीडियोकॉन ग्रुप को 1,875 करोड़ का लोन देने में कथित अनियमिताओं और भ्रष्ट व्यवहार की जांच से जुड़ा है. अधिकारियों ने बताया कि मामले में अधिक सबूतों की तलाश के लिए ईडी ने शुक्रवार सुबह यह छापेमारी की. पिछले महीने इस संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए एक मामले पर संज्ञान लेते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत यह मामला दर्ज किया है.



सीबीआई के मामले में चंदा कोचर, दीपक कोचर, धूत और उनकी कंपनियों वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (वीआईईएल) और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (वीआईएल) को नामजद किया गया है. सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में धूत की एक और कंपनी सुप्रीम एनर्जी और दीपक के नियंत्रण वाली न्यूपावर रीन्यूएबल्स को भी नामजद किया गया है. आरोप है कि धूत ने अपनी कंपनी सुप्रीम एनर्जी के माध्यम से दीपक की कंपनी में निवेश किया था.