IDBI Bank privatisation: निजी हाथों में देने की खबरों के बीच IDBI बैंक का शेयर धड़ाम हो गया है. गुरुवार को बैंक का शेयर 3.54 प्रतिशत टूटा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आईडीबीआई बैंक को खरीदने के लिए बोली लगाने वाले निवेशकों की जांच-पड़ताल कर ली है. इस क्लियरेंस के बाद IDBI बैंक के निजीकरण का रास्ता साफ हो गया है. 


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मामले से अवगत सूत्रों का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने आईडीबीआई बैंक के संभावित खरीदारों की समीक्षा पूरी कर ली है और फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स, एमिरेट्स एनबीडी और कोटक महिंद्रा बैंक को बोलीदाताओं के रूप में मंजूरी दे दी है. हालांकि, वित्त मंत्रालय, आरबीआई, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स, एमिरेट्स एनबीडी और कोटक महिंद्रा बैंक की ओर से इस डील को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की गई है. 


LIC का लगा है मोटा पैसा


IDBI बैंक में भारत सरकार की 45.48% हिस्सेदारी है. वहीं, भारत सरकार के स्वामित्व वाली भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC के पास 49.24% हिस्सेदारी है. सरकार बीमा कंपनी एलआईसी के साथ मिलकर आईडीबीआई बैंक में करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने की तैयारी में है. रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार 30.48 प्रतिशत और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) 30.24 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचेगी. बिक्री प्रक्रिया की घोषणा पहली बार 2022 में की गई थी.


वर्तमान में सरकार और एलआईसी के पास आईडीबीआई बैंक में संयुक्त रूप से कुल 94.72 प्रतिशत हिस्सेदारी है. निजीकरण के बाद यह हिस्सेदारी घटकर 34 प्रतिशत रह जाएगी. सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश एवं परिसंपत्तियों के मौद्रीकरण से 50,000 करोड़ रुपये जुटाने का बजटीय लक्ष्य रखा है.


IDBI बैंक का शेयर हुआ धड़ाम


 शेयर बाजार में लगातार पांचवें दिन भी तेजी का सिलसिला जारी रहा. लेकिन बिकने की खबरों के बीच IDBI बैंक के शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई. गुरुवार को IDBI बैंक का शेयर 3.67 प्रतिशत गिरकर 100.01 रुपये पर बंद हुआ.