India GDP Growth: भारत की तेज रफ्तार इकोनॉमी को लेकर हर तरफ से अच्छी खबरें आ रही है. भारत के लिए सात समंदर पार से गुड न्यूज आई है. ग्लोबल रेटिंट एजेंसी मूडीज ने साल 2024 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. मूडीज ने अपनी रेटिंग को अपग्रेड करते हुए इसे 6.1 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. अब एक और रेटिंग एजेंसी ने भारत के विकास की रफ्तार पर मुहर लगाई है. Crisil रेटिंग एजेंसी ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक संकेत दिए हैं. क्रिसिल के अनुमान के मुताबित वित्त वर्ष 2025 में भारत का जीडीपी ग्रोथ 6.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगा.  भारत रेटिंग एजेंसियां भारत के ग्रोथ को बढ़ा रही है तो वहीं आर्थिक संकटों से जूझ रहे चीन की हालात खराब है. आर्थिक मंदी और कमजोर पड़ती कारोबारी धारणा से जूझ रहे चीन ने इस साल पांच प्रतिशत की मामूली आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य तय किया है. 


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भारत की तेज रफ्तार इकॉनमी का अनुमान 


रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है. रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाते हुए कहा कि साल 2031 तक भारत हायर-मिडिल इनकम वाला देश बन जाएगा. साल 2031 तक भारत की अर्थव्यवस्था दोगुनी होकर 7 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगी. 


क्रिसिल रेटिंग्स ने अपनी 'इंडिया आउटलुक' रिपोर्ट में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को घरेलू संरचनात्मक सुधारों और चक्रीय स्थितियों से समर्थन मिलेगा. साल 2031 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए अपनी वृद्धि संभावनाओं को बरकरार रखने के साथ उसमें सुधार भी कर सकती है. इस रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में उम्मीद से बेहतर 7.6 प्रतिशत वृद्धि रहने के बाद भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि वित्त वर्ष 2024-25 में थोड़ा मध्यम होकर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है. 


7 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था


रिपोर्ट के मुताबिक अगले सात वित्त वर्षों (2024-25 से 2030-31) में भारतीय अर्थव्यवस्था पांच लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा पार कर सात लाख करोड़ डॉलर के करीब पहुंच जाएगी।. क्रिसिल ने कहा कि इस अवधि में 6.7 प्रतिशत की अनुमानित औसत वृद्धि भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बना देगी. वित्त वर्ष 2030-31 तक इसकी प्रति व्यक्ति आय भी उच्च-मध्यम आय समूह तक पहुंच जाएगी. भारत फिलहाल 3.6 लाख करोड़ डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। इसके आगे अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी हैं.


क्रिसिल को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2030-31 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 6.7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा. उस समय तक देश की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़कर 4,500 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी और भारत उच्च-मध्यम आय वाले देशों के समूह में शामिल हो जाएगा. विश्व बैंक की परिभाषा के मुताबिक, उच्च-मध्यम आय वाले देश वे हैं जिनकी प्रति व्यक्ति आय 4,000-12,000 अमेरिकी डॉलर के बीच है. क्रिसिल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमीश मेहता ने कहा कि वित्त वर्ष 2030-31 तक भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था और उच्च-मध्यम आय वाला देश होगा, जो घरेलू खपत के लिए एक बड़ा सकारात्मक पक्ष होगा. 


इनपुट-भाषा