नई दिल्ली: भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार बदलाव कर रहा है. अब रेलवे ने यात्रियों को एक और सुविधा दी है. इस सुविधा का नाम है 'मदद'. दरअसल, रेलवे ने शिकायत सुनने के लिए 'मदद' नाम की ऐप लॉन्च लाने का फैसला किया है. अगर आप भी रेलवे संबंधित कोई शिकायत करना चाहते हैं तो यह ऐप आपकी मदद करेगी. रेलवे इस महीने के आखिर में 'मदद' (मोबाइल ऐप्लीकेशन फॉर डिजायर्ड असिस्टेंस ड्यूरिंग ट्रैवल) ऐप को लॉन्च करेगा. इससे यात्री खाने की गुणवत्ता से लेकर गंदे शौचालय जैसी शिकायतें कर सकेंगे. इस ऐप से आपात स्थिति में भी आग्रहर कर सकेंगे. 


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ऑनलाइन होगी कार्रवाई
रेलवे की इस ऐप का मकसद है कि वह यात्रियों की समस्या का तुरन्त समाधान करें. ऐप से यात्री संबंधित विभाग के अधिकारियों से शिकायत कर सकते हैं. शिकायत पर तुरन्त एक्शन लिया जाएगा. यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. इस तरह शिकायत का पंजीकरण और निवारण में तेजी आएगी. खास बात यह है कि 'मदद' ऐप पर ही यात्री अपनी शिकायतों का स्टेटस और उस पर की कार्रवाई की जानकारी ले सकेंगे. 'मदद' ऐप सभी यात्रियों की शिकायतें सुनने का एक मात्र माध्यम बनेगा.


रेलवे में शिकायत के 14 माध्यम
अब तक रेलवे में फेसबुक, ट्विटर, मेल और रजिस्टर्ड मोबाइल से कॉल करके शिकायत करने जैसे 14 माध्यम हैं. इन सभी माध्यमों से यात्री अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं. लेकिन, इन माध्यमों से सुनवाई और कार्रवाई में समय लगता है. रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हर माध्यम की अपनी एक सीमा है. सब शिकायतों का जवाब देने का अपना समय है. कई बार सक्रिय नहीं होने की वजह से शिकायत मिस हो जाती है. 'मदद' ऐप एक ऐसा पारदर्शी शिकायत निवारण प्रक्रिया है. जिससे शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई होगी. ऐप को इस महीने के आखिर में लॉन्च किया जा सकता है.


कैसे कर सकेंगे शिकायत
यात्रियों को शिकायत दर्ज कराने के लिए पीएनआर टाइप करना होगा. इसके बाद उनकी शिकायत दर्ज हो जाएगी. पंजीकरण के समय एसएमएस के जरिए उन्हें एक शिकायत आईडी मिलेगा. इसके बाद संबंधित विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में व्यक्तिगत एसएमएस से यात्री को जानकारी दी जाएगी.


दूसरे माध्यमों से भी होगी शिकायत
रेलवे के अधिकारी के मुताबिक, 'मदद' ऐप में महीनेभर में मिलने वाले कुल शिकायतों का ब्योरा होगा. इसके अलावा, रेलवे ने उन शिकायतों पर क्या एक्शन लिया और क्या कार्रवाई की गई इससे जुड़ी जानकारी भी मिलेगी. अधिकारी के मुताबिक, 'मदद' ऐप के आने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि पहले ही व्यवस्था खत्म हो जाएगी. दूसरे माध्यमों से भी शिकायत सुनी जाएगी और उसका निवारण किया जाएगा. 'मदद' ऐप का मकसद सिर्फ एकीकृत व्यवस्था का उपयोग करना है.