निजी ट्रेन चलाने के लिए 102 आवेदन योग्य, 12 क्लस्टर में इन कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
भारतीय रेलवे (Indian Railway) को इस रूट पर निजी यात्री रेल गाड़ी (Private passenger Train) रेलगाड़ी परिचालन से 30,000 करोड़ रुपये का निजी निवेश आने की उम्मीद है. इसके लिए निजी क्षेत्र की इकाइयों को दो चरण वाली प्रतिस्पर्धात्मक एवं पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया से गुजरना होगा.
नई दिल्लीः लार्सन एंड टुब्रो (L&T), जीएमआर (GMR), वेलस्पन समेत 16 कंपनियों ने ट्र्रेनों के निजी परिचालन के आवदेन प्रस्ताव रेलवे के प्राथमिक चरण में भाग लेने योग्य पाए गए हैं. इस कड़ी में कुल 151 ट्रेनों का परिचालन 12 क्लस्टर्स (Clusters) में किया जाना है. रेल मंत्रालय से जारी आधिकारिक बयान में जानकारी दी गई है कि उसे कुल 16 कंपनियों से 120 आवदेन प्राप्त हुए थे. जिनमें से 102 आवदेन सही पाए गए.
रेलवे को 30 हजार करोड़ आय की उम्मीद
भारतीय रेलवे (Indian Railway) को इस रूट पर निजी यात्री रेल गाड़ी (Private passenger Train) रेलगाड़ी परिचालन से 30,000 करोड़ रुपये का निजी निवेश आने की उम्मीद है. इसके लिए निजी क्षेत्र की इकाइयों को दो चरण वाली प्रतिस्पर्धात्मक एवं पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया से गुजरना होगा. इसमें पात्रता आवेदन (आरएफक्यू) और आवेदन प्रस्ताव (आरएफपी) की प्रक्रिया शामिल है. सरकार ने 12 क्लस्टर के लिए आरएफक्यू एक जुलाई 2020 को जारी किया था. इसके तहत मिले आवेदन सात अक्टूबर 2020 की तय तिथि को जांच के लिए खोले गए थे.
इन कंपनियों को पाया गया योग्य
निजी क्षेत्र द्वारा संचालित होने वाली पैसेंजर ट्रेनों से जुड़े प्रोजेक्ट के आरएफपी चरण के लिए योग्य पायी गयी कंपनियों में अरविंद एविएशन, भेल, कंस्ट्रक्शंस वाई ऑक्जिलर डी फेरोकैरीज, क्यूब हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर, गेटवे रेल फ्रेट लिमिटेड, जीएमआर हाईवेज लिमिटेड, भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी), आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स और मालेमपति पावर प्राइवेट लिमिटेड इत्यादि का नाम शामिल हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हाई फुटफॉल और राजस्व के साथ फर्मों ने दिल्ली और मुंबई समूहों में सबसे अधिक रुचि दिखाई.
वहीं 19 फर्मों में से दो को मुंबई और दिल्ली क्लस्टर के लिए योग्य पाया गया है, चंडीगढ़ और चेन्नई क्लस्टर में पांच योग्य आवेदक सामने आए. इलाहाबाद, जयपुर और सिकंदराबाद के लिए नौ-नौ पात्र आवेदक थे. हावड़ा, बेंगलुरु और पटना क्लस्टर में आठ-आठ पात्र आवेदक थे. भारतीय रेलवे फिलहाल 12 ट्रेनों के साथ मार्च 2023 तक निजी ट्रेन परिचालन शुरू करने की तैयारी में तेजी से आगे बढ़ रहा है. रेलवे वर्ष 2027 तक ऐसी 151 निजी सेवाओं को लाने की योजना पर काम कर रहा है.
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