Indian Railways: रेलवे का ब्लंडर! कंफर्म टिकट के बाद भी नहीं मिली सीट, आपके साथ भी हो सकता है यह धोखा
IRCTC: विजय कुमार शुक्ला अपने भाई के साथ 14204 लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे थे. यात्रा से पहले टिकट कराने पर उन्हें सी1 (C1) कोच में बर्थ नंबर 74 और 75 अलॉट की गई थी.
Lucknow to Varanasi Intercity Express: अगर आप भी अक्सर ट्रेन में यात्रा करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. क्या हो जब आपने ट्रेन का कंफर्म टिकट करा रखा हो और आप ट्रेन में चढ़े तो कोच में आपको सीट ही न मिले. शायद पहले तो आपको यकीन न हो लेकिन लखनऊ से बनारस के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में ऐसा ही मामला सामने आया है. शायद यह किसी को भी अच्छा नहीं लगेगा और इसे रेलवे का ब्लंडर ही कहा जाएगा. लखनऊ से वाराणसी जाने वाले एक यात्री के साथ हकीकत में यही हुआ है.
आईआरसीटीसी से ऑनलाइन बुक कराया था टिकट
दरअसल, विजय कुमार शुक्ला अपने भाई के साथ 14204 लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस (Lucknow to Varanasi Intercity Express) से यात्रा कर रहे थे. यात्रा से पहले टिकट कराने पर उन्हें सी1 (C1) कोच में बर्थ नंबर 74 और 75 अलॉट की गई थी. लेकिन कोच में चढ़ने पर पता चला कि इस नंबर की सीट बोगी में है ही नहीं. कोच में केवल 1 से 73 नंबर तक ही सीट थीं. यात्री विजय शुक्ला ने आईआरसीटीसी (IRCTC) के जरिए टिकट की ऑनलाइन बुकिंग कराई थी.
जिस कोच में सीट दी गई, उसमें 73 ही सीटें थीं
शुक्ला ने बताया कि एक टीटीई ने सफर के दौरान हमें बताया कि इस तरह के मामले आम हैं. उन्होंने टिकट बुकिंग में गड़बड़ी की शिकायत संबंधित विभाग और उच्च अधिकारियों से की है. उनके अनुसार गड़बड़ी को दूर करने के लिए अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद विजय शुक्ला और उनके भाई को अलग सीट दी गई. टीटीई की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार सी-1 (C-1) के अलावा दूसरे कोच में 75 सीटें थीं. लेकिन इंटरसिटी के जिस कोच (C1) में उन्हें सीट दी गई थी उसमें 73 ही सीटें थीं.
टीटीई का कहना था दरअसल, सर्वर एसी चेयर कार 75 सीटें दिखाता है. लेकिन ऐसे मामले सामने आने के बाद टीटीई को यात्रियों की नाराजगी का सामना करना पड़ता है. इस पूरे मामले पर लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि यह मामला हमारे संज्ञान में है. हमने इसे रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र को भेज दिया. यदि समस्या बनी रहती है, तो हम इस पर गौर करेंगे.
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