Indian Railways: बड़े काम का है ट्रेन टिकट पर लिखा यह 5 डिजिट का नंबर, जान लीजिए फायदे में रहेंगे
Indian Railways Ticket 5 Digit Number: अगर आप ट्रेन में यात्रा करते हैं, तो आपको उससे और अपनी ट्रेवलिंग से जुड़ी जानकारी टिकट में मौजूद 5 डिजिट के नंबर में मिल जाएगी.
नई दिल्ली: Indian Railways Ticket 5 Digit Number: अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं तो ये खबर आपके लिए बड़े काम ही है. क्या आपने काभी ट्रेन की टिकट पर मौजूद 5 डिजिट के नंबर पर गौर किया है? टिकट में मौजूद ये 5 डिजिट का नंबर आपको कई बड़ी जानकारियां देता है. ये ट्रेन नंबर आपको बताता है कि आप कहां जा रहे हैं और कहां से आ रहे हैं. इतना ही नहीं यह नंबर आपके ट्रेन की स्थिति और कैटेगरी भी बताता है. आइए बताते हैं कि सिर्फ 5 डिजिट का यह नंबर इतना सब कुछ कैसे बता सकता है.
क्या होता है इस 5 डिजिट के नंबर का मतलब
गौरतलब है कि हर ट्रेन का अपना एक विशेष नंबर होता है, जो उसकी पहचान होता है. ये डिजिट 0 से लेकर 9 तक के हो सकते हैं. आइए जानते हैं इन पाँच डिजिट के नंबर के बारे में.
किस डिजिट का क्या है मतलब?
5 डिजिट में पहले डिजिट (0-9) के अलग-अलग मतलब होते हैं.
0 का मतलब है कि ये ट्रेन स्पेशल ट्रेन है. (समर स्पेशल, हॉलीडे स्पेशल या अन्य स्पेशल)
ये भी पढ़ें- 7th Pay Commission: खुशखबरी! होली से पहले कर्मचारियों को मिला तोहफा, महंगाई भत्ते में हुई 11% की बंपर बढ़ोतरी
1 से 4 तक डिजिट का मतलब
- अगर पहला डिजिट 1 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी तक जाती है. साथ ही यह ट्रेन राजधानी, शताब्दी, जन साधारण, संपर्क क्रांति, गरीब रथ, दूरंतो होगी.
- पहला डिजिट 2 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी की है. 1-2 दोनों ही डिजिट की ट्रेनें एक ही श्रेणी में आती हैं.
- अगर पहला डिजिट 3 है तो यह ट्रेन कोलकाता सब अरबन ट्रेन है.
- अगर पहला डिजिट 4 है तो यह नई दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद और अन्य मेट्रो सिटी की सब अरबन ट्रेन है.
5 से 9 तक डिजिट का मतलब
- अगर पहला डिजिट 5 है तो यह सवारी गाड़ी है.
- अगर पहला डिजिट 6 है तो ये मेमू ट्रेन है.
- अगर पहला डिजिट 7 है तो यह डेमू ट्रेन है.
- अगर पहला डिजिट 8 है तो यह आरक्षित ट्रेन है.
- अगर पहला डिजिट 9 है तो यह मुंबई की सब अरबन ट्रेन है.
ये भी पढ़ें- Ration Card: सरकारी दुकानों से राशन लेने के नियमों में हो गया बड़ा बदलाव! जान लीजिए नए प्रावधान
दूसरा और उसके बाद का डिजिट
आपको बता दें कि इसमें दूसरा और उसके बाद का डिजिट पहले डिजिट के अनुसार ही होता है. जैसे अगर किसी ट्रेन के पहले लेटर 0, 1 और 2 से शुरू होते हैं तो बाकी के चार लेटर रेलवे जोन और डिजिवन को दर्शाते हैं. यह 2011 4-डिजिट स्कीम के अनुसार होता है. आइए जानते हैं इनके नंबर.
0- कोंकण रेलवे
1- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे
2- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी को दिखाता है. इन ट्रेन के अगले डिजिट जोन कोड को दर्शाते हैं.
3- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
4- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
5- नेशनल ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे
6- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
7- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
8- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे
9- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे
इसके साथ ही आपको बता दें कि जिस ट्रेन का पहला डिजिट 5,6,7 में से एक होता है उनका दूसरा डिजिट जोन को दिखाता है और बाकी डिजिट उनके डिविजन कोड को बताता है. यानी ये नंबर आपके बड़े काम का है.