नई दिल्ली: वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने और निर्यातकों की ओर से डॉलर की बिकवाली में तेजी के बीच मंगलवार को विदेशी विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में आठ पैसे सुधरकर 70.79 पर बंद हुआ. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे गिरकर 70.87 पर बंद हुआ था. 


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बाजार सूत्रों ने कहा कि चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा अमेरिका के साथ एक परस्पर लाभकारी समझौते की घोषणा के बाद निर्यातकों और बैंकों की ओर से डॉलर बिकवाली बढ़ गई थी. अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में स्थानीय मुद्रा 70.91 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुली तथा एक समय रुपया गिरकर 71.02 प्रति डॉलर तक नीचे चला गया था.बाद में रुपये का आरंभिक हानि कम गई और कारोबार के अंत में यह आठ पैसे की तेजी के साथ 70.79 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.


शुरुआती कारोबार में रुपया 15 पैसे टूटा
मुद्रा विनिमय बाजार में शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 15 पैसे टूटकर 71.02 पर खुला था. हालांकि बाद में उसने रिकवरी कर ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सोमवार को चीनी सामान के आयात पर शुल्क में इजाफा किए जाने का संकेत देने के बाद रुपये में यह ताजा गिरावट देखी गई है. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार ट्रंप के बयान के बाद अधिकतर एशियाई मुद्राओं में गिरावट देखी गई, जिसके चलते घरेलू मुद्रा भी प्रभावित हुई. ट्रंप ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि मूल बात यह है कि चीन को हमारे साथ 'उचित' व्यवहार करना होगा. अभी तक उन्होंने ऐसा नहीं किया है.


पिछले डेढ़ माह में 3.71 रुपये की मजबूती
रुपये ने पिछले डेढ़ माह में जबर्दस्त वापसी की है. 11 अक्टूबर को भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 74.5 के स्तर तक लुढ़क गया था लेकिन इसके बाद से रुपये ने धीरे-धीरे ही सही लेकिन मजबूती दिखाई और अब यह 3.71 रुपये की रिकवरी करके 70.79 के स्तर तक आ गया है. कच्चे तेल में नरमी के चलते भारतीय रुपये के और मजबूत होने के पूरे आसार हैं.