Infosys के नतीजों की घोषणा से पहले नारायण मूर्ति ने किया यह काम, हर कोई कर रहा तारीफ
Narayana Murthy: एक कार्यक्रम में बोलते हुए नारायण मूर्ति ने कहा, महाभारत में जिस चरित्र ने मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित किया है वह कर्ण है, और यह उसकी उदारता के कारण है. इसी तरह मैं बड़ा हुआ हूं.`
Golden Conch Tortoise Idol Donation: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति का नाम बड़े दान दाताओं में शुमार होता है. वह परोपकार से जुड़े कामों के लिए काफी फेमस हैं. नारायण मूर्ति हे अपनी पत्नी सुधा मूर्ति के साथ हाल ही में भगवान बालाजी मंदिर को एक अहम दान दिया है. 16 जुलाई को दंपति ने एक सोने का शंख और एक सोने के कछुए की मूर्ति दान की. दोनों का इस्तेमाल मूर्तियों के स्नान के लिए किया जाता था.
भगवद गीता से बहुत प्रेरित हैं नारायण मूर्ति
मूर्ति दान करने से पहले भी नारायण मूर्ति दंपत्ति काफी चीजों का दान कर चुके हैं. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ट्रस्ट बोर्ड की पूर्व सदस्य और इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने पहले मंदिर को एक स्वर्ण अभिषेक शंकम (अनुष्ठान बर्तन) दान किया था. नारायण मूर्ति ने खुलासा किया कि वह भगवद गीता से बहुत प्रेरित हैं. उन्होंने भारतीय महाकाव्य महाभारत के अपने पसंदीदा चरित्र के बारे में भी बात की.
महाभारत के कर्ण ने सबसे ज्यादा प्रेरित किया
एक कार्यक्रम में बोलते हुए, मूर्ति ने कहा, 'महाभारत में जिस चरित्र ने मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित किया है वह कर्ण है, और यह उसकी उदारता के कारण है. इसी तरह मैं बड़ा हुआ हूं.' उन्होंने आगे बताया कि कैसे अपने जीवन में महाभारत के चरित्र का अनुसरण करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि वह इंफोसिस से जमा हुई संपत्ति को सहयोगियों और कंपनी के अन्य सदस्यों के साथ बांटने में विश्वास करते हैं.
मूर्ति ने कहा, 'मैं यथासंभव हद तक निष्पक्ष था; मैंने उन लोगों की संगति का आनंद लिया जो सोचते थे कि इंफोसिस उनकी कंपनी है. मैंने उन लोगों की संगति का आनंद लिया जिन्होंने कई मायनों में मुझसे अधिक उत्साह दिखाया. मैं जानता था कि ऐसा करने के लिए, मैं यह नहीं कह सकता कि मैं ज्यादा मुनाफा अपने पास रखूंगा.'आपको बता दें इंफोसिस की तरफ से 20 जुलाई को पहली तिमाही के नतीजे घोषित किये जाएंगे.