Top Trending Shares: इस सरकारी कंपनी के शेयर ने इन्वेस्टर्स को दिया बंपर रिटर्न, साल भर में 272 परसेंट की आई तेजी
Top Trending Shares: हाल के दिनों में केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे इनिशिएटिव्स के चलते ही डिफेंस सेक्टर से शेयर्स में इतनी तेजी से उछाल आई है. कंपनी के बढ़ते बिजनेस को देखते हुए इसमें और तेजी आने की संभावना है.
Top Trending Shares: मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर्स में इन दिनों तेजी से उछाल आया है. मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स देश के सबसे बड़े शिपबिल्डिंग यार्ड्स में से एक है. डिफेंस सेक्टर की यह सरकारी कंपनी इंडियन नेवी के लिए वॉरशिप का निर्माण करती है. मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (Mazagon Dock Shipbuilders) ने पिछले एक साल में अपने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है.
जानिए क्या कहना है एक्सपर्ट्स
इस एक साल के दौरान इस कंपनी के शेयर्स में 272 फीसदी का उछाल आया है, जो बीएसई 500 इंडेक्स में टॉप गेनर्स में शामिल है. एक्सपर्ट्स की माने तो आने वाले दिनों में ये शेयर्स तेजी से ऊपर जा सकते हैं. 9 जून को ये शेयर 2.71 फीसदी के उछाल के साथ 1033.90 रुपये पर क्लोज हुआ. बीएसई पर इसका 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 229.65 रुपये है, जो करीब साल भर पहले 20 जून 2022 को इस स्तर पर पहुंचा था.
जानिए इस साल कितनी रही कंपनी की ग्रोथ
इसके अलावा यह कंपनी अपने ओवरसीज क्लाइंट्स के लिए कार्गो शिप, पैसेंजर शिप, सप्लाई वेसल्स, मल्टीपर्पज सपोर्ट वेसल्स और वॉटर टैंकर्स का निर्माण भी करती है. इन कंपनियों को घरेलू और इंटरनेशनल मार्केट्स से कई नए ऑर्डर मिले हैं.
ऐसे में एक्सपर्ट्स की ओर से पूरी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि आने वाले समय में मझगांव डॉक लिमिटेड समेत डिफेंस सेक्टर के शेयर्स तेजी से बढ़ेंगे. फाइनेंशियल ईयर 2023 के लिए मझगांव डॉक के लिए काफी अच्छा माना जा सकता है. इस साल कंपनी के रेवेन्यू में 37 फीसदी और प्रॉफिट में 83 परसेंट की ग्रोथ रही.
पाइपलाइन में कई स्ट्रॉन्ग ऑर्डर्स की बुकिंग
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के पास 31 मार्च 2023 तक तरकीबन 38,755 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं, जिनमें शिपबिल्डिंग, सबमरीन और हेवी इंजीनियरिंग डिवीजन के ऑर्डर शामिल है. जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 105 फीसदी बढ़कर 326.19 करोड़ रुपये रहा जो साल भर पहले 159.01 करोड़ रुपये था.
वहीं, कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 48.85 परसेंट की तेजी के साथ बढ़ा, जो 2,078.59 करोड़ रुपये रहा. एक साल पहले यह 1,396.43 करोड़ रुपये रहा था. एक्सपर्ट्स के मुताबिक शॉर्ट टर्म में यह 1,100 रुपये तक जा सकता है.