नई दिल्ली: ईरान को उम्मीद है कि भारत उससे तेल का आयात करता रहेगा. उसने कहा कि वह प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने वाला दुनिया का सबसे विश्वसनीय देश है. भारत को पिछले साल नवंबर में अमेरिका ने ईरान से कच्चे तेल की खरीद के मामले में छह महीने की रियायत दी थी. इसके लिए भारत ने आयात घटाने तथा एस्क्रो रुपये भुगतान की सहमति दी थी. ईरान को उम्मीद है कि समय सीमा समाप्त होने के बाद भी भारत उससे तेल आयात करता रहेगा.


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ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने एक व्यापार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘चुनौतियों से पार पा लिया जाएगा, इसका तरीका निकल आएगा. आप ऐसे देश की ओर देख रहे हैं जिसने 40 साल से लागू प्रतिबंधों के बावजूद समृद्धि प्राप्त की है और प्रगति की है.’’ 


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उन्होंने अपने देश के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को शुद्ध रूप से गैरकानूनी करार दिया. उन्होंने कहा कि एक देश अपनी आर्थिक शक्ति का इस्तेमाल गैरकानूनी चीजों को आगे बढ़ाने के लिए कर रहा है. ईरान के संदिग्ध परमाणु कार्यक्रम को लेकर पूर्व में लगाए गए प्रतिबंधों को संयुक्त राष्ट्र की भी स्वीकृति थी. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने पिछले साल जो प्रतिबंध लगाए हैं वह सिर्फ उसके द्वारा लगाए गए हैं. 


जरीफ ने कहा, ‘‘हम भारत के लिए तेल के सबसे विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता हैं. हमने किसी चीज को अपने रिश्ते की राह में नहीं आने दिया है.’’ छूट की अवधि समाप्त होने के बाद क्या होगा, इस सवाल पर ईरान के विदेश मामलों के उप मंत्री गुलाम रजा अंसारी ने संवाददाताओं से कहा कि भारत इस छूट की अवधि को बढ़वाने का प्रयास कर रहा है. 


(इनपुट-भाषा)