IRCTC पर रेलवे ने 1 दिन में वापस लिया अपना फैसला, 25% तक गिर गए थे शेयर; जानें पूरा मामला
IRCTC से जुड़ा हुआ एक बड़ा अपडेट सामने आया. रेलवे ने टिकट बुकिंग से IRCTC को मिलने वाली सुविधा शुल्क का 50% हिस्सा लेने का अपना फैसला वापस ले लिया है. DIPAM सेक्रेटरी ने आज यह जानकारी दी.
नई दिल्ली. रेलवे ने टिकट बुकिंग से IRCTC को मिलने वाली सुविधा शुल्क का 50% हिस्सा लेने का फैसला वापस ले लिया है. निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग DIPAM सेक्रेटरी ने आज यह जानकारी दी. बात दें, कल गुरुवार को रेलवे ने अपनी ऑनलाइन टिकट बुकिंग सर्विस IRCTC से कहा था कि वो अपनी वेबसाइट पर बुकिंग से मिलने वाली सुविधा शुल्क से प्राप्त राजस्व का 50 प्रतिशत हिस्सा रेलवे के साथ साझा करे.
DIPAM सेक्रेटरी ने ट्वीट करके दी जानकारी
DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि 'रेल मंत्रालय ने IRCTC सुविधा शुल्क पर अपना फैसला वापस ले लिया हैं'
एक दिन में वापस लिया फैसला
गुरुवार को IRCTC ने बताया कि रेल मंत्रालय ने उसे अपनी वेबसाइट पर बुकिंग से होने वाले अपने राजस्व का 50 प्रतिशत हिस्सा भारतीय रेल के साथ साझा करने के लिए कहा है. ये व्यवस्था एक नवंबर से लागू होनी थी. इस खबर के आने के बाहर आज शुक्रवार को IRCTC के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली. बाजार खुलने के कुछ देर में ही इसके शेयर 25 फीसदी तक नीचे चले गए. हालांकि DIPAM सेक्रेटरी के बयान के बाद कंपनी के शेयरों में तेज रिकवरी देखने को मिल रही है.
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IRCTC के शेयरों में हुई थी गिरावट
सर्विस चार्ज का 50% हिस्सा लेने की खबर के सामने आने के बाद IRCTC के शेयरों में काफी गिरावट देखने को मिली. ये खबर कल बाजार बंद होने के बाद आई. इसके बाद शुक्रवार सुबह से IRCTC के शेयरों में 25 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली. अब फिर से शेयर चढ़ने लगे हैं. बता दें, इस स्टॉक में 11 बजे के बाद लगभग 20 फीसदी की रिकवरी देखने को मिली. अभी दोपहर 12 बजे के आस-पास IRCTC के शेयर लगभग 5 फीसदी की गिरावट के साथ 865 रुपए के करीब कारोबार कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि IRCTC कैटरिंग और टूरिज्म से प्राप्त होने वाली इनकम ही रेलवे के साथ साझा करती है. लेकिन रेलवे ने कन्वीनियंस फीस से होने वाली कमाई का 50% हिस्से को भी साझा करने की बात कही थी. IRCTC ने बताया था कि रेल मंत्रालय के साथ रेवेन्यू साझा करने का यह नया मॉडल 1 नवंबर से लागू होगा. फिलहाल यह फैसला वापस ले लिया गया है.
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IRCTC क्या है?
IRCTC एक पब्लिक सेक्टर कंपनी है, जिसका उद्देश्य है कि भारतीय रेलवे में सफर करने वाले यत्रियो को उनके प्रवास के दरमियान खाना-पीना और ऐसी अन्य सेवा प्रदान करना है जो किसी यात्रियों की यात्रा के समय जरुरी है. इसके अलावा IRCTC ऑनलाइन टिकट बुकिंग की भी सुविधा देता है. इससे कोई भी रेलवे की किसी भी Train की Online Ticket Booking कर सकता है. इससे लोगों को घंटो लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ती.
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