Jayanti Chauhan: कौन हैं रमेश चौहान की इकलौती बेटी जयंती चौहान? जिन्होंने Bisleri को संभालने से किया इंकार
Jayanti Chauhan: जयंती चौहान (Jayanti Chauhan) ने मजह 24 साल के उम्र में बिसलेरी को संभालने की शुरुआत की . इसके बाद पहले दिल्ली ऑफिस और फिर मुंबई ऑफिस में उन्होंने काम संभाला. वर्तमान में वो बिसलेरी की वाइस चेयरपर्सन हैं. लेकिन जयंती आगे इस कंपनी को सम्हालना नहीं चाहती हैं.
Jayanti Chauhan: बिजनेस के दुनिया में जयंती चौहान इस समय खूब चर्चा में हैं. देश का सबसे फेमस वाटर ब्रांड बिसलेरी (Bisleri) जल्द ही बिक सकता है. कंपनी के चेयरपर्सन रमेश चौहान ने जानकारी देते हुए बताया है कि उनके परिवार में कोई भी इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है. ऐसे में अब लोग बिसलेरी के बिकने की वजह रमेश चौहान की बेटी जयंती चौहान (Jayanti Chauhan) को बता रहे हैं, जो बिसलेरी की वाइस चेयरपर्सन हैं. लोगों का कहना है कि जयंती इस कंपनी को आगे नहीं सम्हालना चाहती.
कौन हैं Jayanti Chauhan?
आपको बता दें कि जयंती चौहान, रमेश चौहान की इकलौती बेटी हैं. जयंती का जन्म साल 1985 में हुआ था और इन्होने भारत से अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद लंदन के फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग (FIDM) से पढ़ाई की है. इसके साथ ही जयंती के पास लंदन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (SOAS) से अरबी में भी डिग्री हासिल की है. जयंती ने अपने पिता की कंपनी को अब तक बहुत ही अच्छे से सम्हाला है, लेकिन आगे वो इसे नहीं सम्हालना चाहती हैं. दरअसल, रमेश चौहान ने कहा है कि बिसलेरी को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास कोई उत्तरधिकारी नहीं है,उनकी बेटी जयंती कारोबार में इतना दिलचस्पी नहीं रखती हैं. यही वजह है कि वो अब बिसलेरी को बेच रहे हैं.
24 साल की उम्र में संभाली जिम्मेदारी
आपको जन कर आश्चर्य होगा कि जयंती चौहान (Jayanti Chauhan) ने मजह 24 साल के उम्र में बिसलेरी को जॉइन किया था. इसके बाद पहले दिल्ली ऑफिस और फिर मुंबई ऑफिस में भी जयंती ने काम को बेहतर तरीके से संभाला. इस समय जयंती बिसलेरी की वाइस चेयरपर्सन भी हैं. पर अब जयंती ने बिसलेरी की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है. इसके बाद इस कंपनी के बिकने की बात शुरू हो गई है.
TATA ग्रुप के हाथों में जा सकती है बिसलेरी!
सूत्रों के अनुसार, रमेश चौहान की बिसलेरी को बेचने के लिए TATA ग्रुप से बात चल रही है. जल्द ही 7 हजार करोड़ में बिसलेरी को बेचने की डील फाइनल हो सकती है. इसके साथ ही रमेश चौहान ने इस बात का भी ऐलान किया है कि वो बिसलेरी को बेचने के बाद चैरिटी में जुड़े काम करेंगे और उनमें पैसे लगाएंगे. हालांकि आपको बता दें कि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है.