Jio Financial Services Ltd: कल Nifty इंडेक्स से बाहर हो जाएगी मुकेश अंबानी की यह कंपनी, जानिए क्यों?
Share Market Tips: निफ्टी की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि जेएफएसएल (JFSL) के शेयर को 7 सितंबर से निफ्टी 50 समेत एनएसई सूचकांक से हटाया जाएगा. एनएसई इंडेक्सेस ने 20 जुलाई से डी-मर्जर प्रक्रिया के तहत जेएफएसएल (JFSL) को अलग-अलग इंडेक्स में शामिल किया गया था.
JFSL Share Price: मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप की अलग हुई गैर बैंकिंग वित्तीय सेवा कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी50 (Nifty 50) समेत अलग-अलग सूचकांकों से गुरुवार को हटा दिया जाएगा. जियो फाइनेंशियल के शेयर 21 अगस्त को बीएसई के साथ एनएसई में भी लिस्टेड हुए थे. रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होने के बाद इसे एक अलग कंपनी के रूप में मार्केट में लिस्टेड किया गया.
एनएसई सूचकांक से हटाया जाएगा शेयर
निफ्टी की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS) को 7 सितंबर से निफ्टी 50 समेत एनएसई सूचकांक से हटा दिया जाएगा. एनएसई इंडेक्सेस ने 20 जुलाई से डी-मर्जर प्रक्रिया के तहत जेएफएसएल (JFSL) को अलग-अलग इंडेक्स में शामिल किया था. एक महीने बाद जियो फाइनेंशियल के शेयर को 21 अगस्त, 2023 को लिस्टेड किया गया. नियमानुसार जियो फाइनेंशियल ने NSE पर 4 सितंबर, 2023 और 5 सितंबर, 2023 को लगातार दो कारोबारी सत्र में सर्किट लिमिट तक नहीं पहुंचा.
निफ्टी50 के अलावा दूसरे सूचकांक से भी हटाया जाएगा
ऐसे में NSE की तरफ से इस शेयर को बाहर करने का फैसला किया गया है. आपको बता दें शेयर के दाम में किसी भी प्रकार की उतार-चढ़ाव की स्थिति से बचने के लिए जियो फाइनेंशियल को एनएसई के कई सूचकांकों का हिस्सा बनाया गया था. इससे शेयर पर निगरानी रखी जा सकी. अब इस शेयर को निफ्टी50 के अलावा निफ्टी100, निफ्टी 200 और निफ्टी 500 सूचकांक से भी हटा दिया जाएगा.
पिछले दिनों बीएसई (BSE) ने जियो फाइनेंशियल के शेयर की सर्किट लिमिट 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दी थी. ऐसा इसलिए किया गया ताकि एक सत्र में कंपनी के शेयर के रेट में एक निश्चित सीमा से ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आए. किसी शेयर में अधिकतम उतार-चढ़ाव की यह अपर लिमिट है. इससे पहले 1 सितंबर को जियो फाइनेंशियल के शेयर को बेंचमार्क सेंसेक्स समेत सभी बीएसई सूचकांकों से हटाया गया था.