इंडियन इकोनॉमी का डंका, बाप रे बाप...Blackstone क्यों कर रहा 25 अरब डॉलर का निवेश
Indian Share Market: ब्लैकस्टोन पिछले करीब दो दशक से भारतीय बाजार में काम कर रही है. ग्रुप की तरफ से बताया गया कि भारत में किया गया निवेश रिटर्न के मामले में शानदार रहा है.
Blackstone Plan For India: प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन (Blackstone) आने वाले पांच साल में भारत में 25 अरब डॉलर का इनवेस्ट करने का प्लान कर रही है. भारतीय शेयर बाजार पर एफआईआई (FII) के बढ़ते भरोसे के बीच यह खबर निवेशकों को खुश करने वाली है. ब्लैकस्टोन के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जोनाथन ग्रे (Jonathan Gray) ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत ब्लैकस्टोन के लिए तीसरी सबसे बड़ी इनवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बना हुआ है. पहले किये गए निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलने के बाद भारतीय शेयर बाजार में बड़े निवेश का रास्ता बन रहा है. ग्रे ने बातचीत के दौरान बताया कि ब्लैकस्टोन भारत में इतना बड़ा निवेश करने पर क्यों फोकस कर रही है.
ईज ऑफ डूइंग के कदम को सराहा
जोनाथन डी ग्रे ने देश में ब्लैकस्टोन जैसी कंपनियों के लिए ईज ऑफ डूइंग (Ease of Doing) को बेहतर करने के लिए उठाए गए कदम को सराहा. ईज ऑफ डूइंग (Ease of Doing) के उपायों में मर्जर, टेकओवर पर मंजूरी, लिस्टेड कंपनियों का प्राइवेटाइजेशन और कमर्शियल विवादों का निपटारा भी शामिल है. ब्लैकस्टोन पिछले करीब दो दशक से भारतीय बाजार में काम कर रही है. ग्रुप की तरफ से बताया गया कि भारत में किया गया निवेश रिटर्न के मामले में शानदार रहा है. आने वाले दिनों में सुधार की और संभावना को देखते हुए भारत को एक बड़े अवसर के रूप में देखा जा रहा है.
लगातार ग्लोबल इनवेस्टर फोकस कर रहे
ग्रे ने कहा, भारत एक ऐसी जगह बन गया है जहां ज्यादा से ज्यादा ग्लोबल इनवेस्टर फोकस कर रहे हैं. पिछले छह महीने के दौरान ही निफ्टी (Nifty) ने 15.4 प्रतिशत और सेंसेक्स (Sensex) ने 13.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी है. उन्होंने कहा, 'भारत में पब्लिक इक्विटी मार्केट की बड़ी ताकत है. इससे ग्लोबल इनवेस्टर्स के साथ ब्लैकस्टोन का भी भरोसा बढ़ा है. इक्विटी इनवेस्टमेंट के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत का नंबर है, इसलिए हमारा विश्वास बढ़ गया है.
एक लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया एयूएम
ब्लैकस्टोन का एसेट्स अंडर, मैनेजमेंट (AUM) पिछले साल एक लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया. फर्म के पास भारत में प्राइवेट इक्विटी और रियल एस्टेट में करीब 50 अरब डॉलर का निवेश है. ग्रे ने मीडिया से बातचीत में कहा जब में दुनियाभर के चीपफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) से बात करता हूं तो भारत को लेकर सभी से पॉजिटिव बातें सुनने को मिलती हैं. इंडियन स्टॉक मार्केट और इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार सुधार से यहां के मार्केट में निवेश आना आसान होगा. भारत को एशिया में सप्लाई चेन के डायवर्सिफिकेशन और ग्रोथ पर फोकस से फायदा मिला है.
भारत में ब्लैकस्टोन का दांव
ब्लैकस्टोन के पास 200 अरब डॉलर का रिजर्व फंड है. यहां पर अगले 12-24 महीने के दौरान नए इनवेस्टमेंट के लिए कुछ प्रमुख सेक्टर हैं. ग्रे ने इशारा किया कि लॉजिस्टिक्स और डेटा सेंटर की तरफ निवेश के बारे में सोचा जाएगा. प्राइवेट इक्विटी के लिहाज से हेल्थकेयर, फाइनेंशियल सर्विसेज और ट्रैवल इंडस्ट्री भी है. आने वाले समय में एनर्जी सेक्टर में होने वाला बदलाव भी भारत के लिए अहम साबित होगा.