LIC IPO: सबसे बड़ा अपडेट! 25-29 अप्रैल के बीच खुल सकता है एलआईसी आईपीओ, सेबी में कल फाइल होगा UDRHP
LIC IPO Exclusive: एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) को लेकर एक्सक्लूसिव खबर सामने आ रही है. एलआईसी इस महीने के अंत तक (25 से 29 अप्रैल के बीच) अपना आईपीओ ला सकती है. 3 अप्रैल, बुधवार को एलआईसी अपना UDRHP (अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोसपेक्टस) सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) में फाइल कर सकती है.
नई दिल्ली: LIC IPO Exclusive: देश के सबसे बड़े आईपीओ (LIC IPO) का इंतजार सभी को है. एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) को लेकर हमारी सहयोगी वेबसाइट ज़ी बिजनेस ने एक्सक्लूसिव खबर दी है. एलआईसी 25 से 29 अप्रैल के बीच अपने आईपीओ का ऐलान कर सकती है. इसी के साथ यह संभावना जताई जा रही है कि कल यानी 13 अप्रैल, बुधवार को एलआईसी अपना UDRHP (अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोसपेक्टस) सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) में फाइल कर सकती है.
एलआईसी का आईपीओ जल्द होगा लॉन्च
गौरतलब है कि सरकार एलआईसी आईपीओ को मार्च में लॉन्च करने वाली थी. लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वैश्विक बाजार में बिकवाली के चलते इस फैसले को टाल दिया गया था. अब बाजार के हालात सामान्य होते दिख रहे हैं. ऐसे में अब ये उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार जल्द ही एलआईसी के आईपीओ को ला सकती है. सरकार एलआईपी आईपीओ (LIC IPO) के जरिए 5 से 6.5 फीसदी की हिस्सेदारी बेच सकती है. बता दें कि एलआईसी आईपीओ के जरिए सरकार की योजना 50,000 से 60,000 करोड़ रुपए जुटाने की है.
सबसे बड़ा आईपीओ होगा
गौरतलब है कि LIC का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. एलआईसी के इस IPO के माध्यम से सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 60,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने का लक्ष्य रखा है ताकि इसके संशोधित विनिवेश लक्ष्य 78,000 करोड़ रुपये को पूरा किया जा सके.
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फरवरी में भेजा गया था मसौदा
गौरतलब है कि LIC ने अभी हाल में फरवरी में मार्केट रेगुलेटर के पास ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे. इस ड्रॉफ्ट के मुताबिक, एलआईसी के कुल 632 करोड़ शेयर में 31,62,49,885 इक्विटी शेयरों बेचने का प्रस्ताव है. इसमें 50 फीसदी हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए आरक्षित होगा, जबकि गैर-संस्थागत खरीदारों के लिए यह 15 फीसदी होगा.
12 महीने तक रहेगा वैध
अब एलआईसी आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिलने के बाद, यह आईपीओ मंजूरी की तारीख से 12 महीने की अवधि के लिए वैध है. कैबिनेट की बैठक में LIC IPO को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया था. इसमें ऑटोमेटिक रूट से 20 फीसदी तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDIई) की मंजूरी दी गई थी. इस फैसले के बाद एलआई के प्रस्तावित आईपीओ में विदेशी निवेश का रास्ता खुल गया है. लेकिन, बाजार के गिरते माहौल को देखते हुए विदेशी निवेशकों ने बाजार से अपने पैसे वापस लेना शुरू कर दिया है.
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पॉलिसी धारकों-कर्मचारियों का हिस्सा रिजर्व
एलआईसी पॉलिसी धारकों और कंपनी के कर्मचारियों के लिए हिस्सा रिजर्व रखा गया है. दोनों को एलआईसी का इश्यू छूट पर दिया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार, सेबी में जमा मसौदा दस्तावेज के मुताबिक, इश्यू का 10 फीसदी हिस्सा पॉलिसी धारकों के लिए रिजर्व किया गया है. यानी अगर आपकी एलआईसी की पॉलिसी लैप्स हो चुकी है तो भी आप रिजर्व कोटे में बोली लगा सकते हैं. इसके अलावा, एलआईसी कर्मचारियों के लिए 5 फीसदी हिस्सा रिजर्व होगा.
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी
गौरतलब है कि एलआईसी का बाजार बहुत मजबूत है. इसकी बाजार हिस्सेदारी 64.1 फीसदी है. क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है. इसका रिटर्न ऑन इक्विटी भी सबसे ज्यादा 82 फीसदी है. इस रिपोर्ट के अनुसार, लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम के मामले में यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी बीमा कंपनी है. 64 फीसदी बाजार हिस्सेदारी वाली यह दुनिया की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है.