नई दिल्लीः चीनी उत्पादों के बहिष्कार के बीच साइकिल बनाने वाली कंपनी हीरो साइकिल ने भी एक बड़ा फैसला लेते हुए 900 करोड़ रुपये का व्यापार रद्द कर दिया है. ये व्यापार हीरो ने चीनी कंपनियों के साथ किया था. इससे पहले हीरो साइकिल ने कोरोना से निपटने के लिए सरकार को 100 करोड़ रुपये भी दान में दिए थे. 


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लुधियाना में कई बड़ी कंपनियां हैं जिनमें से हीरो साइकिल भी प्रमुख है. करोना वायरस के चलते जब पूरी दुनिया भर की कंपनियां अपना कारोबार बचाने के लिए कोशिश कर रही थीं, वहीं पर हीरो साइकिल उस वक्त भी आगे बढ़ रही थी. चीन का बायकॉट करने के लिए भी हीरो साइकिल ने एक अहम फैसला लेते हुए आने वाले 3 महीने में चीन के साथ 900 करोड़ का व्यापार करना था, वह अब रद्द कर दिया गया है. लुधियाना में काफी तादाद में साइकिल के पुर्जे बनाने वाली कई छोटी कंपनियां हैं, जिनकी मदद के लिए अब हीरो साइकिल आगे आई है. छोटी कंपनियों को हीरो साइकिल अपने में मर्ज करने का ऑफर दे रही हैं. 


हमारे सहयोगी चैनल ZEE Punjab से बात करते हुए हीरो साइकिल के एमडी और डायरेक्टर पंकज मुंजाल ने बताया कि चीन का बायकॉट करने के लिए यह फैसला लिया है. अब कंपनी ने चीन के साथ सभी तरह के व्यापार को बंद कर दिया है. विश्व में दूसरे देशों के बीच कंपनी की तरफ से अब भविष्य तलाशा जा रहा है जिसमें जर्मनी अहम है. 


जर्मनी में प्लांट लगाएगी हीरो 
मुंजाल ने कहा कि हीरो साइकिल अब जर्मनी में अपना प्लांट लगाने जा रही. इस प्लांट से पूरे यूरोप में हीरो की साइकिल सप्लाई की जाएंगी. पंकज मुंजाल ने यह भी बताया कि बीते दिनों साइकिल की डिमांड बढ़ी है और हीरो साइकिल की तरफ से अपनी कैपेसिटी भी बढ़ाई गई है.  उन्होंने बताया कि हालांकि इस दौरान छोटी कंपनियों का बहुत नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई के लिए हीरो साइकिल तैयार है. लुधियाना में बनने वाली साइकिल वैली के साथ हीरो साइकिल ग्लोबल लीडर बन जाएगा.  


इससे चीन के समान का बायकॉट आसानी के साथ किया जा सकता है क्योंकि अगर भारत में कंप्यूटर बन सकते हैं, तो साइकिल क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ है और भारत में हर तरह की साइकिल का निर्माण संभव है. 


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