OTT ने बिगाड़ा मल्टीप्लेक्स का खेल, भीड़ और कमाई घटी तो मालिकों ने लिया ऐसा फैसला
OTT Platform: कोविड महामारी के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म का क्रेज लोगों के बीच तेजी से बढ़ा है. इसका यह असर हुआ कि मल्टीप्लेक्स में भीड़ कम देखी जा रही है. जिसके बाद मॉल मालिक मल्टीप्लेक्स स्पेस में कटौती का प्लान कर रहे हैं.
Multiplex Size in Malls: कोविड महामारी के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है. इसकी तरफ दर्शकों का रुझान बढ़ने से मल्टीप्लेक्स में दर्शकों की संख्या में गिरावट आई है. लोगों के बीच बदलते चलन को ध्यान में रखकर बड़े मॉल डेवलपर अपनी आने वाले प्रोजेक्ट में मल्टीप्लेक्स स्पेस को कम करने का प्लान बना रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि मल्टीप्लेक्स अब पहले की तरह भीड़ को आकर्षित नहीं कर पा रहे पर्याप्त रेवेन्यू जेनरेट नहीं कर पा रहे.
पहले मल्टीप्लेक्स मॉल के फुटफॉल का 10% जेनरेट करते थे
इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार पहले मल्टीप्लेक्स मॉल के फुटफॉल का 10% जेनरेट करते थे. यह आंकड़ा अब घटकर 6-7% ही रह गया है. इस आंकड़े में आई गिरावट के बाद डेवलपर्स को अपनी स्ट्रेटजी पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. डीएलएफ के रेंटल बिजनेस के वाइस चेयरमैन और एमडी श्रीराम खट्टर का कहना है कि आजकल लोगों के पास सिनेमा के अलावा और कई एंटरटेनमेंट के ऑप्शन हैं. इस कारण मॉल में सिनेमा हॉल के लिए कम जगह देने के बारे में सोच रहे हैं.
साउथ इंडिया में सिनेमा का ज्यादा क्रेज
मल्टीप्लेक्स हर महीने मॉल ऑपरेटर्स को एक न्यूनतम गारंटी राशि का भुगतान करते हैं और रेवेन्यू शेयर करते हैं. साल 2023 में वे 8-9 महीनों में न्यूनतम गारंटी सीमा को पार करने में सक्षम थे. लेकिन इस साल उन्होंने महज चार से पांच महीने में ही इसे हासिल कर लिया है. प्रेस्टीज ग्रुप में सीईओ (रिटेल) मोहम्मद अली का कहना है कि साउथ इंडिया में सिनेमा अभी भी देश के दूसरे हिस्सों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करते हैं क्योंकि वहां चार क्षेत्रीय भाषाएं हैं.
मल्टीप्लेक्स की जगह पर फिर से विचार करना होगा
उन्होंने कहा कि हमें मल्टीप्लेक्स को आवंटित की गई जगह पर फिर से विचार करना होगा क्योंकि ओटीटी से कंप्टीशन बढ़ने के कारण ऑक्यूपेंसी लेवल में गिरावट आई है. लोग फिजिकल एक्टिविटी पर फोकस कर रहे हैं. किसी भी मॉल में 10% सिनेमा, 10% फूड एंड बेवरेजेज ब्रांड का कब्जा रहता है. करीब 5-6% मनोरंजन और गेमिंग कंपनियों का कब्जा रहता है. लेकिन आने वाले समय के प्रोजेक्ट में इसमें बदलाव आएगा. यूनिटी ग्रुप के को-फाउंडर हर्ष वर्धन बंसल ने बताताया कि हमारे भविष्य के मॉल में सिनेमा के लिए जगह को कम करके उस जगह को अन्य रेवेन्यू जेनरेट करने वाले बिजनेस को दिया जाता है.