Anil Agarwal Net Worth: वेदांता ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल देश की सबसे अमीर शख्‍स‍ियतों में से एक हैं. 1954 में पटना के एक मारवाड़ी पर‍िवार में जन्‍मे अनिल अग्रवाल एक सफल ब‍िजनेसमैन हैं. उनके पर‍िवार में 70 प्रत‍िशत लोग ब‍िजनेस करते हैं. पर‍िवार की कुल संपत्ति 32000 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा है. अग्रवाल अपनी सफलता की कहानी में बिहार को शामिल करना नहीं भूलते. उन्‍होंने प‍िछले द‍िनों अपने पसंदीदा भोजन के बारे में बात करते हुए बताया था क‍ि लिट्टी-चोखा उन्‍हें सबसे ज्‍यादा पसंद है.


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कारोबार में बंटाने लगे हाथ
अनिल अग्रवाल के पिता का छोटा सा एल्यूमीनियम कंडक्टर का कारोबार था. अनिल पटना के मिलर हाई स्कूल के छात्र थे. वह कॉलेज जाने के बजाय पिता के व्यवसाय में हाथ बंटाने लगे. 19 वर्ष की छोटी आयु में वह मुंबई चले गए. उन्होंने 1970 के दशक के मध्य में शुरुआती सफलता हासिल की. वह केबल कंपनियों से स्क्रैप मेटल इकट्ठा करके उसे मुंबई में बेच देते. इससे उन्‍हें मोटा मुनाफा होता था. 1976 में उन्होंने कॉपर बनाने वाली शमशेर स्टर्लिंग कॉरपोरेशन का अधिग्रहण किया.


1986 में लगाई पहली फैक्ट्री
इन दानों ही ब‍िजनेस को उन्होंने 10 साल तक चलाया. 1986 में उन्होंने एक फैक्ट्री बनाई, यह जेली फ‍िल्‍ड केबल बनाती थी. इनपुट कॉस्‍ट को कम करने के ल‍िए उन्होंने कारखाने के लिए जरूरी धातुओं को खरीदने के बजाय उनका निर्माण करना शुरू कर दिया. 1993 तक उनकी स्टरलाइट तांबा गलाने वाली पहली प्राइवेट कंपनी बन गई. बाद में उन्होंने मद्रास एल्युमीनियम का अधिग्रहण किया. 2001 में 551 करोड़ रुपये में बाल्को में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के बाद वह एल्युमीनियम इंडस्‍ट्री का बड़ा नाम बन गए.


केयर्न इंडिया का भी अधिग्रहण किया
इसके बाद उन्‍होंने सरकार की तरफ से संचालित होने वाली हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया. इसमें उनकी हिस्सेदारी 65 प्रत‍िशत की है. उन्होंने सबसे बड़ी न‍िजी तेल उत्पादक कंपनी केयर्न इंडिया का भी अधिग्रहण किया. इसके अलावा भी उन्होंने कई देशों में कंपनियों का अधिग्रहण किया. पिछले साल उन्होंने कहा कि वेदांता और फॉक्सकॉन भारत में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले प्लांट बनाने के लिए 2022 में 20 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे.


सोशल मीड‍िया पर जबरदस्‍त फैन फॉलोइंग
उन्होंने इस बात से भी मना क‍िया क‍ि वह वेदांता में 5 प्रत‍िशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं. अग्रवाल की सोशल मीड‍िया पर जबरदस्‍त फैन फॉलोइंग है, उनके ट्विटर पर 1,63,000 से ज्‍यादा फॉलोअर्स हैं. वह अपने अकाउंट पर मोटिवेशनल वीडियो शेयर करते रहते हैं. उन्‍होंने एक बार कहा था आप सभी जानते हैं, अंग्रेजी मेरी पहली भाषा नहीं है. लेकिन जब मुझे काम के स‍िलस‍िले में ब‍िहार छोड़ना पड़ा तो मुझे 'होमसिक' शब्द का अर्थ समझ में आया.


ब‍िहार के प्रत‍ि मेरे प्‍यार को दर्शाने के ल‍िए मेरे पास पर्याप्‍त शब्‍द नहीं हैं. ब‍िहार की हर बात दुनिया से हटकर है. उन्होंने यह भी कहा क‍ि प‍िछले द‍िनों मुझे उन गलियों में जाने का मौका म‍िला, जहां मैं पला-बढ़ा. अनिल अग्रवाल ने अपनी संपत्ति का 75 प्रतिशत हिस्सा दान देने का वादा किया है. फोर्ब्स के अनुसार उनकी निजी संपत्ति 16,400 करोड़ रुपये है.