Tomato Price Today: आधी कीमत पर बिकेगा टमाटर, सरकार ने बनाया `डंडा ठोक` प्लान; किसानों की भी होगी मौज
Tomato Price Cut: उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बताया सरकार एनसीसीएफ और नेफेड के जरिये दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 65 रुपये किलो के रेट पर टमाटर बेचना जारी रखेगी. उन्होंने बताया कि जब तब स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक यह कोशिश जारी रहेगी.
Tomato Price Update: बरसात के मौसम में टमाटर का रेट आसमान पर पहुंचने के बाद कुछ दिन के लिये राहत मिली थी. लेकिन अब फिर से टमाटर में आई महंगाई ने आम आदमी को रुला दिया है. दिल्ली-एनसीआर समेत अलग-अलग इलाकों में टमाटर का रेट बढ़कर 100 रुपये के पार चला गया है. अब बढ़ती महंगाई पर उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र से टमाटर की आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद है. आपूर्ति बढ़ने का असर यह होगा कि इससे आने वाले समय में टमाटर की बढ़ती कीमत से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को राहत मिल सकती है.
100 रुपये किलो के पार चल रहा टमाटर का रेट
दिल्ली-एनसीआर में टमाटर का रेट 100 रुपये किलो के पार चला गया है. खरे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (NCCF) के जरिये दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 65 रुपये किलो की दर पर टमाटर बेचना जारी रखेगी. टमाटर की कीमत में उछाल इसलिए आया है क्योंकि मानसून की वापसी के कारण फसल को नुकसान हुआ और कीटों का संक्रमण होने से प्रमुख दक्षिणी राज्य- कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से आपूर्ति बाधित हुई है. आपूर्ति की इस कमी और त्योहारी सीजन की मांग ने कीमतों को बढ़ा दिया है.
कीमत में उतार-चढ़ाव पर कड़ी निगरानी
खरे ने कहा, ‘हालांकि साप्ताहिक आवक प्रभावित हुई है, हमें उम्मीद है कि महाराष्ट्र से आपूर्ति में जल्द ही सुधार होगा, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में कीमतों को स्थिर करने में मदद मिलेगी.’ उन्होंने कहा कि सरकार कीमतों में उतार-चढ़ाव पर कड़ी निगरानी रख रही है. 7 अक्टूबर से अब तक एनसीसीएफ ने दिल्ली और मुंबई में मोबाइल वैन और बिक्री केंद्रों के जरिये सब्सिडी वाली दर पर करीब 10,000 किलो टमाटर बेचा है.
खरे ने बताया, ‘जब तक हम कीमतों पर पॉजिटिव असर नहीं देखेंगे, रिटेल की बिक्री में हस्तक्षेप जारी रहेगा.’ उन्होंने कहा कि पिछले साल भी इसी तरह के उपायों से कीमत पर लगाम लगाने में मदद मिली थी. इस बार सरकार का बाजार हस्तक्षेप एक हफ्ते से ज्यादा समय तक चला, जो कीमत में उछाल की गंभीरता और फेस्टिव सीजन के दौरान उपभोक्ताओं को राहत देने के प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.