नीरव मोदी की जमानत याचिका पांचवीं बार खारिज, जेल में लैपटॉप की मांग
नीरव मोदी के वकीलों ने कोर्ट से एक लैपटॉप की मांग की है. वकीलों ने कहा कि उसके क्लाइंट भारत सरकार की तरफ से लगाए गए 500 पन्नों के आरोपों को पढ़ना चाहते हैं.
नई दिल्ली: लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी वीडियो लिंक के जरिए पेश हुआ. उसकी रिमांड 25 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई है. 25 जुलाई को ही मामले की अगली सुनवाई होगी. कोर्ट ने साथ में यह भी कहा कि अगर वह अपने केस से जुड़े दस्तावेजों को पढ़ना चाहता है कि तो यह सुविधा उसे दी जाएगी.
नीरव मोदी के वकीलों ने कोर्ट से एक लैपटॉप की मांग की है. वकीलों ने कहा कि उसके क्लाइंट भारत सरकार की तरफ से लगाए गए 500 पन्नों के आरोपों को पढ़ना चाहते हैं, इसलिए उन्हें लैपटॉप दी जाए. इस तरह पांचवीं बार भी नीरव मोदी की जमानत याचिक खारिज हो गई है.
दूसरी तरफ, स्विटजरलैंड में नीरव मोदी और उसकी बहन के बैंक अकाउंट सील कर दिए गए हैं. इन अकाउंट्स में करीब 280 करोड़ रुपये जमा थे. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से स्विस अधिकारियों से अपील की गई थी कि उसके बैंक अकाउंट लॉक कर दिए जाएं क्योंकि यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है. ED अधिकारियों ने कहा कि नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखा किया है. मोदी पर PNB के साथ 14000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप हैं.