नयी दिल्ली: नोटबंदी, वस्तु एवं सेवा कर व्यवस्था और देश के बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने के प्रयासों से देश की राजस्व प्राप्तियां अगले दो साल में 30 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएंगी. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार (4 मई) को यह बात कही.


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यहां पहले भारत एकीकृत परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स (आईआईटीएल) सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों ने एकल प्लेटफॉर्म पर हाथ मिलाया है. उन्होंने कहा कि सरकार एकीकृत परिवहन नीति पर काम कर रही है. विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के सृजन से देश वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ सकता है और इससे गरीबी उन्मूलन किया जा सकता है.


गडकरी ने कहा कि नोटबंदी के बाद और जीएसटी व्यवस्था के क्रियान्वयन के बाद देश की राजस्व प्राप्तियां अगले दो साल में 28 से 30 लाख करोड़ रपये पर पहुंच जाएंगी. इसमें बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयासों का भी योगदान होगा. मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने 2014 में जब कार्यभार संभाला था उस समय राजस्व प्राप्तियां 13 लाख करोड़ रुपये थीं. मौजूदा सरकार के तीन साल के कार्यकाल में यह 20 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई हैं.


गडकरी ने आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए एकीकृत रख और नीति पर जोर देते हुए कहा कि विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का सृजन कर 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर हासिल करना संभव है. गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई को जल्द दो लाख किलोमीटर पर ले जाएगा. मंत्रालय प्रतिदिन 40 किलोमीटर सड़क निर्माण के लक्ष्य को हासिल करने को प्रतिबद्ध है. फिलहाल यह 23 किलोमीटर है.