CRISIL India Infrastructure Conclave 2023: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को डीपीआर (Detailed Project Report) तैयार करने में मुश्‍क‍िलों का सामना करना पड़ रहा है. उन्‍होंने कहा क‍ि संबंधित कंपनियां नई तकनीक स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सरकार नई तकनीक के इस्तेमाल को प्रोत्साहित कर रही है.


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कंपनियां कीमतें बढ़ाने के लिए गुटबंदी कर रहीं


‘क्रिसिल इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर कॉन्क्लेव 2023’ को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि इस्पात और सीमेंट उद्योग की बड़ी कंपनियां कीमतें बढ़ाने के लिए गुटबंदी कर रही हैं. गडकरी ने कहा, ‘...इस्पात उद्योग और सीमेंट उद्योग...जब भी उन्हें मौका मिलता है वे गुट बनाते हैं और कीमतें बढ़ा देते हैं.’ अपने साफ विचारों के लिए पहचाने जाने वाले गडकरी ने कहा, ‘एनएचएआई के लिए डीपीआर तैयार करना बड़ी समस्या है... किसी भी परियोजना में कहीं भी कोई सटीक डीपीआर नहीं है.’


चीन में लॉजिस्टिक्स लागत 8-10 प्रतिशत
उन्होंने कहा, ‘डीपीआर बनाते समय वे (डीपीआर बनाने वाली कंपनियां) नई प्रौद्योगिकी, इनोवेशन, नई र‍िसर्च को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. यहां तक ​​कि डीपीआर का मानक इतना कम है कि हर जगह सुधार की ज्‍यादा गुंजाइश है.’ देश में बढ़ती लॉजिस्टिक्स लागत पर उन्होंने बताया कि भारत में लॉजिस्टिक्स लागत 14-16 प्रतिशत है, जबकि चीन में यह 8-10 प्रतिशत है. (इनपुट भाषा से)