नए मेट्रो रूट को मिली मंजूरी, नोएडा एक्सटेंशन में रहने वालों को मिलेगी सीधी मेट्रो
Noida Metro Rail Corporation: अगर आप भी ग्रेटर नोएडा या फिर ग्रेनो वेस्ट में रहते हैं तो अब आपका सफर और भी आसान हो जाएगा. नोएडा में अब एक और नया मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा. यह नोएडा सेक्टर 51 से नॉलेज पार्क-5 तक बनाया जाएगा. इस नई मेट्रो लाइन पर 10 स्टेशन बनाए जाएंगे.
मेट्रो से सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है. अगर आप भी ग्रेटर नोएडा या फिर ग्रेनो वेस्ट में रहते हैं तो अब आपका सफर और भी आसान हो जाएगा. नोएडा में अब एक और नया मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा. यह नोएडा सेक्टर 51 से नॉलेज पार्क-5 तक बनाया जाएगा. इस नई मेट्रो लाइन पर 10 स्टेशन बनाए जाएंगे.
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) ने सोमवार को दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर एक इंटरचेंज स्टेशन के साथ नोएडा एक्सटेंशन तक अपने नेटवर्क का विस्तार करने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी दे दी है. NMRC एक्वा लाइन और DMRC को सेक्टर 61 पर जोड़ा जाएगा.
2991.60 करोड़ की आएगी लागत
NMRC के प्रबंध निदेशक लोकेश एम ने कहा कि योजना में 2991.60 करोड़ रुपये की लागत से 17.43 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 11 स्टेशन प्रस्तावित हैं.
क्या रहेगा मेट्रो का रूट-
नोएडा सेक्टर - 51
नोएडा सेक्टर - 61
नोएडा सेक्टर - 70
नोएडा सेक्टर - 122
नोएडा सेक्टर - 123
ग्रेटर नोएडा सेक्टर - 4
इको टेक -12
ग्रेटर नोएडा सेक्टर - 2
ग्रेटर नोएडा सेक्टर - 3
ग्रेटर नोएडा सेक्टर - 10
ग्रेटर नोएडा सेक्टर - 12
ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-V
मिलेगा कनेक्टिविटी का फायदा
बता दें इस नए मेट्रो कॉरिडोर से नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लाखों लोगों को राहत मिलेगी. NMRC के प्रबंध निदेशक लोकेश ने कहा कि इस कनेक्टिविटी से नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लोगों को सीधी कनेक्टिविटी का फायदा मिलेगा.
वरिष्ठ IAS अधिकारी जो नोएडा प्राधिकरण के सीईओ भी हैं, उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए DPR को आज NMRC बोर्ड द्वारा मंजूरी दे दी गई है. अब, DPR को उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार की मंजूरी के लिए आगे भेजा जाएगा.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रह रहे लाखों परिवार
नोएडा एक्सटेंशन, जिसे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के नाम से भी जाना जाता है. वहां पर अब लाखों की संख्या में लोग बस गए हैं. यहां पर लाखों लोगों के घर हैं, लेकिन अभी भी वहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की समस्या है. वहां पर रेल कनेक्टिविटी और बस की सुविधा के लिए पहले कई बार प्रदर्शन किए जा चुके हैं.