जब फॉग और ट्रेन की देरी की बात चल रही है, वहीं एक अच्छी खबर सामने आई है. इस साल पूरे देश में किसी भी रेल हादसे में किसी की जान नहीं गई. ये खबर अपने आप में अहम इसीलिए है क्योंकि देश में सालाना होने वाले रेलवे हादसों में कई लोगों की मृत्यु हो जाती है.


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रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव का कहना है कि इस साल रेलवे की सबसे बड़ी प्राथमिकता यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा रही. यही वजह है कि किसी भी रेल हादसे में कोई जान नहीं गई. पूरे रेलवे विभाग ने एक टीम की तरह काम किया. रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने आगे बताया कि हादसे कम करने के लिए रेलवे लगातार काम कर रही है.


76 प्रतिशत ट्रेन रही समयबद्ध
विनोद कुमार यादव ने ट्रेनों के टाइमिंग को लेकर एक और अच्छी बात कही. रेलवे के अनुसार समयबद्धता रेलवे की दूसरी बड़ी प्राथिमकता रही. इस साल लगभग 76 फीसदी ट्रेनें समयबद्ध रही. यानि बेहद कम ट्रेनें ही टेल रहीं. 2018 में लगभग 68 प्रतिशत ट्रेनें ही पंक्चुअल रही थीं. समयबद्धता के मामले में 8 फीसदी का इजाफा हुआ है.