नई दिल्ली: ये खबर कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को रोकने के लिए सबसे अहम हो सकती है. दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेट कंपनी Facebook और Google ने देशों की मदद की पेशकश की है. कंपनी विभिन्न देशों को ट्रैकिंग से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराएंगी.


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क्या होता है ट्रैकिंग
दरअसल फेसबुक और गूगल सभी यूजर्स के फोन लोकेशन का डाटा अपने पास रखती है. अगर कोई व्यक्ति एक शहर से दूसरे शहर भी जाता है तो इसकी जानकारी फेसबुक और गूगल अपने पास रखती है. ऐसे में अगर विभिन्न देशों के लोग विदेशी दौरे से आने के बावजूद चुपचाप घर में छिपे बैठे हैं तो इसकी भी पूरी जानकारी इन दो इंटरनेट कंपनियों के पास है.


दोनों कंपनियां देशों को मुहैया कराएगी जानकारी
जानकारों का कहना है कि संक्रमण को रोकने के लिए इसके फैलाव को समझना सबसे जरूरी होता है. मसलन अगर एक संक्रमित व्यक्ति के सभी लोकेशन और उसके नजदीक आए लोगों के फोन लोकेशन ट्रैक हो जाए तो वायरस को फैलने से रोकना आसान होगा. भारत समेत सभी देश हर संक्रमित व्यक्ति से ये जानने की कोशिश कर रही है कि विदेशी दौरे से वापस आने के बाद वे किन लोगों के संपर्क में आए. हालांकि अभी भी सटीक जानकारी नहीं मिल पाने की वजह से ही संक्रमण पर ब्रेक लगाना मुश्किल हो रहा है.



कैसे करेगी गूगल और फेसबुक मदद
फेसबुक ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस पर सरकार शोध के लिए यूजर्स की जानकारी मांगती है तो कंपनी सूचना साझा करने को तैयार है. फेसबुक ने सोमवार को कहा कि वह उपयोगकर्ताओं की पहचान गोपनीय रखते हुए उनकी आवाजाही तथा उनके रिश्तों के बारे में शोधकर्ताओं को जानकारी मुहैया करा रहा है, ताकि इस बात को समझा जा सके कि वायरस संक्रमण आगे कहां फैल सकता है.


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बताते चलें कि पिछले सप्ताह गूगल ने भी इस तरह के कदम की घोषणा की थी, जिसमें कहा गया था कि दुनिया भर में उपयोगकर्ताओं की आवाजाही से संबंधित डेटा प्रदान करेगा, जो सरकारों को कोरोना-19 महामारी को काबू में पाने के लिए लागू किए गए 'सामाजिक दूरी' के उपायों के असर का पता लगाने में मदद करेगा.